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निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा पर आय से अधिक संपत्ति का भी मुकदमा

त्तरांचल आयुर्वेद विश्वविद्यालय में बीते वर्षों में हुए घोटाले के मामले में जेल में बंद निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा किया गया।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 09:45 AM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 09:45 AM (IST)
निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा पर आय से अधिक संपत्ति का भी मुकदमा

देहरादून, जेएनएन। उत्तरांचल आयुर्वेद विश्वविद्यालय में बीते वर्षों में हुए घोटाले के मामले में जेल में बंद निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा भी सोमवार को दर्ज हो गया। विजिलेंस की  जांच में मृत्यंजय मिश्रा की करीब बारह करोड़ की संपत्ति मिलने की बात कही गई है। दो माह पूर्व इस रिपोर्ट को शासन को भेजते हुए विजिलेंस ने मुकदमे की अनुमति मांगी थी। अनुमति मिलते ही मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मिश्रा इस समय जेल में है और हाईकोर्ट से उसकी जमानत याचिका भी ख़ारिज हो चुकी है।

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उत्तरांचल आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कुलसचिव रहते हुए मृत्युंजय मिश्रा पर बीते साल वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगे थे। विजिलेंस की खुली जांच में एक करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी सामने आई थी। 

साक्ष्यों के आधार पर विजिलेंस ने बीते साल 17 नवंबर को मिश्रा, उनकी पत्नी श्वेता मिश्रा, विवि को सामान आपूर्ति करने वाली फर्म की शिल्पा त्यागी, नूतन रावत और मिश्रा के कार चालक के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। 

तीन दिसंबर को मृत्युंजय मिश्रा को ईसी रोड स्थित एक कैफे से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। मिश्रा मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नौकरशाहों के स्टिंग ऑपरेशन के मामले में भी आरोपित है। 

विजिलेंस ने जांच में पाया कि मृत्युंजय और उसके परिवार के नाम देहरादून और दिल्ली में करीब 12 करोड़ की संपत्ति है। जो आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने के लिए पर्याप्त है। विजिलेंस ने इसी आधार पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए शासन से अनुमति मांगी थी। 

दो माह बाद शासन ने अनुमति मिलने पर विवेचक प्रदीप पंत ने निलंबित कुलसचिव मृत्युजंय मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। 

दो मार्च को दाखिल हुई थी चार्जशीट

आयुर्वेद विश्वविद्यालय घोटाले में जेल में बंद निलम्बित कुलसचिव मृृत्युंजय मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। विजिलेंस ने साक्ष्यों का संकलन करने के बाद दो मार्च को मिश्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी थी। 4700 पेज की चार्जशीट में 73 गवाह बनाए गए हैं। इसी के बाद शासन से आय से अधिक संपत्ति मामले में मुकदमे की अनुमति मांगी गई थी।

तथ्यों के आधार पर होगी आगे की कार्रवाई 

एसएसपी विजीलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस के अनुसार, निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। विवेचना में आने वाले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

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