Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttarakhand: लाखामंडल पर टूटा बारिश का कहर, शिव ज्योतिर्लिंग की सुरक्षा दीवार टूटी

    Updated: Fri, 08 Aug 2025 08:13 PM (IST)

    जौनसार बावर के लाखामंडल में अतिवृष्टि से शिव ज्योतिर्लिंग की सुरक्षा दीवार टूट गई। मलबा शिवलिंग के पीछे जमा होने से खतरा बढ़ गया है। पुरातत्व विभाग से सहयोग न मिलने पर मंदिर समिति ने चढ़ावे की धनराशि से निर्माण शुरू करवाया। समिति का कहना है कि विभाग केवल कागजी योजनाएं बना रहा है जबकि धरातल पर कोई सुविधा नहीं है।

    Hero Image
    लाखामंडल में शिव ज्योतिर्लिंग के पास सुरक्षा दीवार टूटने से बढ़ा खतरा। साभार समिति

    संवाद सूत्र जागरण, त्यूणी। जौनसार बावर के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन स्थल लाखामंडल में शिव ज्योतिर्लिंग के पास लगी सुरक्षा दीवार अतिवृष्टि से टूट गई। दीवार टूटने से मलबा शिवलिंग के पीछे जमा हो गया। लगातार जारी भूस्खलन से मंदिर में खतरा बढ़ गया। पुरातत्व विभाग से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने से नाराज मंदिर समिति ने चढ़ावे की धनराशि व भक्तजनों की मदद से सुरक्षा दीवार का कार्य स्वयं शुरू करा दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पांडवकालीन महत्व के शिव मंदिर लाखामंडल की ख्याति देशभर में है। राज्य के 13 चयनित टूरिस्ट डेस्टिनेशन में एक जौनसार के लाखामंडल स्थित शिव मंदिर के दर्शन को बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं भक्तजन आते हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी वर्षा के चलते लाखमंडल में शिव ज्योतिर्लिंग के पास भूस्खलन से सुरक्षा दीवार टूटने से खतरा है।

    दीवार टूटने से काफी मात्रा में मिट्टी पत्थर व मलबा शिवलिंग के पीछे जमा हो गया। सावन मास में भक्तजन शिव ज्योतिर्लिंग के जलाभिषेक को मंदिर में आते हैं। इसके अलावा यहां अन्य दिनों में शिव ज्योतिर्लिंग के जलाभिषेक एवं मंदिर में पूजा अर्चना को श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है

    । शिव मंदिर पुजारी समिति के अध्यक्ष सुशील गौड व कोषाध्यक्ष बाबूराम शर्मा ने कहा लाखामंडल मंदिर के संरक्षण का दायित्व पुरातत्व विभाग के पास है। मंदिर में तीर्थयात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने एवं विकास कार्य में पुरातत्व विभाग की ओर से मंदिर समिति को अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा। दो दिन पहले तेज वर्षा के कारण शिव ज्योतिर्लिंग के पास टूटी सुरक्षा दीवार के निर्माण को पुरातत्व विभाग की ओर से कोई पहल नहीं की गई।

    पुरातत्व विभाग की उदासीनता से नाराज मंदिर समिति ने चढ़ावे की धनराशि एवं भक्तजनों की मदद से स्वयं क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया है। समिति के पदाधिकारियों ने कहा वर्षा के चलते सुरक्षा दीवार टूटने से शिव ज्योतिर्लिंग के पास लगातार भूकटाव हो रहा है।

    अगर सुरक्षा दीवार कार्य में देरी की गई तो शिव ज्योतिर्लिंग भूस्खलन से मलबे की चपेट में आ सकता है। सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर समिति को स्वयं इसकी पहल करनी पड़ी। मंदिर समिति का आरोप है कि पुरातत्व विभाग कागजी आंकड़ों में लाखामंडल के विकास की योजना बना रहा है, जबकि धरातल पर सुविधाएं उपलब्ध नहीं है।