पैर छूकर दिया सम्मान, गोली मारकर ले ली जान; पढ़िए पूरी खबर
जमीन के विवाद ने राजू बॉक्सर और शावेज के बीच दुश्मनी पैदा कर दी। रुपयों के लेनदेन को लेकर हुए छोटे-मोटे मनमुटावों ने दोनों के रिश्ते में रिक्तता उत्पन्न कर दी जिसे शावेज भर नहीं पाया और परिणति सामने आई राजू की हत्या के रूप में।

जागरण संवाददाता, देहरादून। जमीन के विवाद ने राजू बॉक्सर और शावेज के बीच ऐसी खटास पैदा कर दी कि शावेज दोस्त से दुश्मन बन गया। रुपयों के लेनदेन को लेकर हुए छोटे-मोटे मनमुटावों ने दोनों के रिश्ते में रिक्तता उत्पन्न कर दी, जिसे शावेज भर नहीं पाया और परिणति सामने आई राजू की हत्या के रूप में। इस काम के लिए शावेज ने विनय कांबोज को मोहरा बनाया। जो पहले से राजू से रंजिश रखता था। उन्होंने राजू को मिलने के लिए बुलाकर पहले उसे सम्मान दिया और फिर आगे व पीछे से दो गोलियां दाग दीं। इनमें से एक गोली राजू के सीने पर लगी, जो उसकी अपनी ही पिस्तौल से निकली थी। यह गोली विनय ने चलाई।
बुधवार रात शावेज के प्लॉट पर पहुंचने के बाद राजू उसके इरादों से बेखबर आम दिनों की तरह शराब पीने बैठ गया और शावेज से इधर-उधर की बातों पर चर्चा करने लगा। करीब 10 बजे विनय व अनिकेत प्लॉट पर पहुंचे और राजू को बाहर बुलाया। विनय को राजू पहले से जानता था, इसलिए वह बाहर शावेज के साथ बाहर चला गया। राजू के सड़क पर पहुंचते ही विनय उसके पैर छूने लगा। इस बीच अनिकेत ने पीछे से राजू की कनपटी पर फायर झोंक दिया। गोली लगते ही राजू जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद विनय ने उसके सीने में गोली मारी। इससे राजू की मौके पर ही मौत हो गई। शावेज ने पूछताछ में बताया कि वह और विनय अक्सर राजू बॉक्सर के घर भी जाया करते थे। कुछ दिन पूर्व ही जमीन को लेकर चल रहे विवाद में राजू ने विनय को धमकाया था। इसके बाद ही शावेज ने विनय को उसकी हत्या के लिए तैयार किया।
बच्चों को बनाना चाहता था अफसर
राजू बॉक्सर अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ चुक्खूवाला में रहता था। वह खुद भले ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था, लेकिन अपने बच्चों को अफसर बनाना चाहता था। राजू बॉक्सर की बेटी जयपुर में सैन्य स्कूल में पढ़ती है, जबकि उसका बेटा राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज की प्रांरभिक परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका है। बताया जा रहा है कि राजू बॉक्सर का एक भाई सेना में तैनात है।
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