Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी कल, घरों में कैसे करें स्थापना; पढ़ें संपूर्ण विधि और शुभ मुहूर्त
बुधवार से गणपति की पूजा के साथ गणेश महोत्सव शुरू हो जाएगा। बता दें कि भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को आराध्य देव गणेश की आराधना होती है। बुधवार 11 24 बजे से दोपहर 154 बजे तक गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून : Ganesh Chaturthi 2022 आराध्य देव गणपति की पूजा के साथ बुधवार से गणेश महोत्सव शुरू हो जाएगा। ढोल नगाड़ों के साथ नगर परिक्रमा के बाद गणपति बप्पा स्थापित होंगे। दो साल बाद इस महोत्सव को लेकर आयोजकों में भी खासा उत्साह है। घरों में जहां लोग तैयारी में जुटे हैं वहीं शहर के विभिन्न जगहों पर पांडाल सज चुके हैं। गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11: 24 से दोपहर 1:54 बजे तक रहेगा।
भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस बार बुधवार को गणेश चतुर्थी के साथ 10 दिवसीय महोत्सव की शुरुआत होगी। देहरादून की बात करें तो यहां पटेलनगर, मन्नूगंज, प्रेमनगर, क्लेमेनटाउन आदि क्षेत्रों में पांडाल सजाकर इस महोत्सव को उल्लास और श्रद्धाभाव के साथ मनाया जाता है। गणपति के भजन और झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं।
शाम 7:30 बजे होगी गणपति की स्थापना
गणेश उत्सव मंडल सर्राफा बाजार के कोषाध्यक्ष संतोष माने ने बताया कि इस बार 16वां गणेश महोत्सव धामावाला मोहल्ला में मनाया जाएगा। शाम 7:30 बजे गणपति की स्थापना होगी। महोत्सव में भंडारा, रक्तदान शिविर का आयोजन होगा।
- गणेश उत्सव समिति पटेलनगर के मीडिया प्रभारी भूपेंद्र चड्ढ़ा ने बताया कि सुबह 11 बजे मनभावन वेडिंग प्वाइंट से कलश यात्रा शुरू होकर पांडाल तक पहुंचेगी।
- नौ सितंबर तक प्रतिदिन शाम छह बजे से देहरादून, विकासनगर, हरिद्वार, सहारनपुर, पटियाला, पांवटा साहिब के कलाकार भजन की संध्या देंगे।
ईको फ्रैंडली गणेश प्रतिमा होंगी स्थापित
इस बार गणेश चतुर्थी पर श्रद्धालु ईको फ्रैंडली गणेश प्रतिमा स्थापित कर करेंगे। प्रेमनगर में बीते दो सप्ताह से गणपति की प्रतिमा तैयार करने वाले राजस्थान के कारीगर दौलतराम ने बताया कि इस बार देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों से चार से छह फीट की पांच प्रतिमा की बुकिंग आ चुकी है।
- इसके अलावा लोग घर के लिए भी मांग कर रहे हैं। एक से लेकर छह फीट की सभी प्रतिमा को ईको फ्रैंडली बनाया गया है। इसमें खड़िया मिट्टी, घास और लकड़ी का इस्तेमाल किया है।
10 साल के बाद बन रहा विशेष संयोग
इस बार गणेश चतुर्थी पर तीन शुभ योग का विशेष संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य डा. सुशांत राज के मुताबिक इस दिन रवि, शुक्ल और ब्रह्म योग बन रहा है। सुबह 5:58 बजे से रवि योग शुरू होगा। 10:48 बजे तक शुक्ल योग रहेगा जबकि इसके तुरंत बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा। पूजा पाठ के लिहाज से तीनों योग को बेहद शुभ माना गया है।

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