बोलने की आजादी के नाम पर कुछ लोग देश से अलग होना चाहते हैं: रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत में लोकतंत्र है, लेकिन कुछ लोग अलग आजादी मांगते हैं, जो गलत है। विदेशी ताकतें भ्रम फैला रही हैं, पर सफल नहीं होंगी। रिजिजू ने उत्तराखंड के प्रति अपना प्रेम व्यक्त किया और धारचूला में सड़क निर्माण का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत जैसा देश दुनिया में कहीं नहीं है।

जागरण संवाददाता, डोईवाला (देहरादून)। केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हमारे देश में लोकतंत्र है और यहां सभी को बोलने की आजादी है। लेकिन देश के अंदर रहकर कुछ लोग अलग से आजादी मांगते है। यह गलत है।
आज कई पड़ोसी देशों को हमने टूटते हुए देखा है, लेकिन हमारा देश कभी टूट नहीं सकता। यह बिखर नहीं सकता। भारत हमेशा मजबूती के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि कई विदेशी शक्तियां हमारे देश में भ्रम फैलाना चाहती हैं। देश के विरुद्ध साजिश रच रही हैं। हालांकि उनका उद्देश्य कभी पूरा नहीं होगा।
भारत का चरित्र दुनिया से अलग है। हम कानून, संस्कृति मानने वाले लोग हैं। किरेन रिजिजू लेखक गांव में आयोजित तीन दिवसीय स्पर्श हिमालय महोत्सव के शुभारंभ पर बोल रहे थे।
किरेन रिजिजू ने कहा कि उत्तराखंड आना उन्हें अच्छा लगता है, क्योंकि वह भी पहाड़ी हैं और हिमालय राज्य से ही आते हैं। इसलिए उत्तराखंड की मिट्टी की खुशबू उन्हें पसंद है। यहां आकर ऊर्जा और बल मिलता है। वह उत्तराखंड के ऐसे दूरस्थ क्षेत्र में भी गए हैं जहां वहां के जनप्रतिनिधि आज भी नहीं जाते है।
धारचूला के गूंजी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब वह गृह राज्य मंत्री के तौर पर वहां पहुंचे तो पूरा गांव पलायन कर रहा था। रास्ते ना होने के चलते गांव वाले वहां नहीं जाते थे। उन्होंने ग्रामीणों से सड़क का वादा किया और 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वहां सड़क बनी। मंत्री बनने से पहले वह 155 देश घूमे, लेकिन भारत जैसा दुनिया में नहीं मिला।

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