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ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के सारथी बने किरणपाल

क्षेत्र में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हुए किरणपाल ने स्वच्छता को जीवन का अभिन्न अंग बना लिया है। उन्‍होंने सार्वजनिक स्थलों की गंदगी साफ करने का बीड़ा उठाया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 27 Jan 2018 12:38 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jan 2018 09:14 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के सारथी बने किरणपाल

विकासनगर, [राकेश खत्री]: राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन के प्रति आम जनता में जागरूकता पैदा करने के लिए भले ही सरकारी तंत्र उतनी जद्दोजहद न कर रहा हो, लेकिन कुछ लोग स्वच्छता अभियान को अपना नैतिक कर्तव्य समझते हुए जागरूकता पैदा करने के साथ ही खुद सार्वजनिक स्थलों की सफाई करने में लगे हुए हैं। ऐसे लोग समाज में स्वच्छता की क्रांति लाने की किरण दिखा रहे हैं। 

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समाज सेवा का ऐसा ही कार्य पिछले चार वर्षों से विकासनगर ब्लॉक के रुद्रपुर क्षेत्र में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हुए किरणपाल कर रहे हैं। वर्ष 2014 में शिक्षा विभाग से बतौर चतुर्थ श्रेणी कर्मी सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने व लोगों के मन में स्वच्छता को जीवन का अभिन्न अंग बनाने को प्रेरित करने के लिए सार्वजनिक स्थलों की गंदगी साफ करने का बीड़ा उठाया।

राजकीय इंटर कॉलेज डोभालवाला देहरादून से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्ष 2014 में किरणपाल रुद्रपुर में अपने रिश्तेदार के साथ रहने आ गए थे। यहां स्कूलों, अस्पतालों में सफाई कर्मी की तैनाती नहीं होने से अक्सर गंदगी का अंबार लगा रहता था। गंदगी से छात्रों व मरीजों को होने वाली परेशानी को देखते हुए उन्होंने खुद ही सफाई करने की ठानी। 

राजकीय हाईस्कूल रुद्रपुर व एलोपैथिक चिकित्सालय रुद्रपुर से शुरू की गई उनकी पहल अब ग्रामीण क्षेत्रों के अन्य शिक्षण संस्थानों में भी जारी है। हर रोज रुद्रपुर क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों में सफाई करने के साथ ही सोरना, डोभरी, पष्टा, लांघा जैसे ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों की भी खुद सफाई कर ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रहे हैं। 

सेवाकाल के दौरान भी स्वच्छता के प्रति उनके जुनून को देखते हुए वर्ष 2014 में मुख्य शिक्षाधिकारी ने उन्हें सम्मानित भी किया। बकौल किरणपाल स्वच्छता के लिए दूसरे पर निर्भर रहने के बजाय इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को खुद आगे आना होगा। हर व्यक्ति को स्वच्छता को अपना नैतिक दायित्व समझ कर आसपास की गंदगी को साफ करना चाहिए, इसी से स्वच्छ भारत का सपना साकार होगा। 

प्रधानाचार्य (राउमावि रुद्रपुर) डीडी पांडेय का कहना है कि स्वच्छता के प्रति किरणपाल के लगन को देखते हुए छात्र-छात्राओं व अन्य आम लोगों में भी जागरूकता पैदा हो रही है। पिछले चार वर्षों से वे हर रोज विद्यालय परिसर के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में फैली गंदगी को बिना हिचक के खुद साफ करते हैं। साथ ही गांवों में जाकर ग्रामीणों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रहे हैं।

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