Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttarakhand: केदारनाथ से बीजेपी विधायक शैलारानी रावत का निधन, कई दिनों से थीं बीमार; सीएम धामी ने दी श्रद्धांजलि

    Updated: Wed, 10 Jul 2024 01:20 PM (IST)

    Kedarnath MLA Shailarani Rawat Passed Awayकेदरानाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत का मंगलवार रात निधन हो गया। शैलारानी रावत वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान वह गिर गई थीं जिसमें उन्हें चोट आई थी। इस बीच वह गंभीर बीमारी की चपेट में आ गईं। देहरादून के मैक्स अस्पताल में रात 10 बजकर 35 मिनट पर अंतिम सांस ली।

    Hero Image
    Kedarnath MLA Shailarani Rawat Passed Away: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। Kedarnath MLA Shailarani Rawat Passed Away: केदरानाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत का मंगलवार रात निधन हो गया। वह 68 वर्ष की थीं और लंबे समय से अस्वस्थ थीं। उन्होंने देहरादून के मैक्स अस्पताल में रात 10 बजकर 35 मिनट पर अंतिम सांस ली। विधायक के निजी सचिव पपेंद्र रावत ने बताया कि वह दो दिन से वेंटिलेटर पर जिंदगी की जंग लड़ रही थीं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने शैलारानी रावत के निधन पर दुख व्‍यक्‍त किया है। उन्‍होंने कहा 'केदारनाथ विधानसभा से लोकप्रिय विधायक शैला रानी रावत जी के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ। उनका जाना पार्टी और क्षेत्रवासियों के लिये अपूरणीय क्षति है।

    सीएम धामी ने दी श्रद्धांजलि

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा कार्यालय में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने विधायक शैलारानी रावत के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका निधन पूरे प्रदेश एवं पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। वे अपनी विधानसभा की जन समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहती थीं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि शैलारानी रावत केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा समर्पित भाव से कार्य करती थी और जनता की समस्याओं को सरकार एवं शासन स्तर पर प्राथमिकता से रख कर उनका समाधान करवाती थी। उन्होंने हमेशा समाज के अंतिम छोर में खड़े लोगों की आवाज को उठाने और समाधान की ओर ले जाने का कार्य किया। उनका सरल, सहज एवं मृदुभाषी व्यक्तित्व था।

    मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने एवं शोक संतप्त परिजनों और शुभचिंतकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। उन्होंने कहा कि शैलारानी रावत की कर्तव्यनिष्ठा और जनसेवा के प्रति समर्पण भाव को सदैव याद रखा जायेगा।

    इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, रेखा आर्या, श्री सौरभ बहुगुणा, सांसद श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, श्री खजान दास, रेनू बिष्ट, श्री सुरेश सिंह चौहान एवं पार्टी पदाधिकारियों ने शैलारानी रावत को श्रद्धांजलि दी।

    विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान गिर गई थीं शैलारानी

    शैलारानी रावत वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान वह गिर गई थीं, जिसमें उन्हें चोट आई थी। इस बीच वह गंभीर बीमारी की चपेट में आ गईं। करीब तीन साल तक चले इलाज के बाद वह स्वस्थ्य होकर फिर से राजनीति में सक्रिय हो गईं। दो महीने पहले वह फिर ओंकारेश्वर मंदिर की सीढ़ियों से गिरकर घायल हो गईं।

    पहली बार वर्ष 2012 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर दर्ज की थी जीत

    रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने के कारण उन्हें मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो दिन पहले ही उनकी बेटी ऐश्वर्या रावत ने इंटरनेट मीडिया में एक भावुक पोस्ट डालकर उनके स्वस्थ्य होने की कामना की थी। शैलारानी केदारनाथ से दो बार विधायक रहीं। पहली बार वर्ष 2012 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी।

    वर्ष 2016 में वह भाजपा में शामिल हुईं थीं। वर्ष 2022 में वह भाजपा के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचीं। वह सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक संगठनों से जुड़ीं रहीं। उन्होंने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में भी सक्रिय भागीदारी निभाई। साथ ही पंचायत चुनाव में भी सक्रिय रहीं। 1997 में वह अगस्त्यमुनि विकासखंड की प्रमुख चुनी गईं। 2003 में उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीता था।