रस्म अदायगी बना अभियान, तीन दिन में सिर्फ 37 चालान Dehradun News
मुनाफाखोरी के साथ दुकानों पर जमकर घटतौली भी की जा रही है। लेकिन इसको लेकर विधिक माप विज्ञान (बाट-माप) विभाग की नींद अब जाकर टूटी है।
देहरादून, जेएनएन। जिले में लॉकडाउन लागू होने के बाद से दुकानदार मनमानी पर उतारू हैं। मुनाफाखोरी के साथ दुकानों पर जमकर घटतौली भी की जा रही है। लेकिन, इसको लेकर विधिक माप विज्ञान (बाट-माप) विभाग की नींद अब जाकर टूटी है। इससे भी हैरान करने वाली बात यह है कि तीन दिन में विभाग ने सिर्फ 37 दुकानदारों का ही चालान किया है। विभाग की कार्रवाई की यह रफ्तार देखकर ऐसा लग रहा है कि इन हालात में भी अभियान के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी की जा रही है।
शहर में अधिकांश दुकानदार बगैर सत्यापित तराजू और बाट का इस्तेमाल कर रहे हैं, यह बात बाट-माप विभाग से भी छिपी नहीं है। आम आदमी इसकी शिकायत भी करता है, लेकिन अधिकारियों को इतनी फुर्सत कहां कि कार्रवाई के लिए दफ्तरों से निकलें। कभी तीज-त्योहार में दुकानों का निरीक्षण करने के लिए अभियान चलाया भी जाता है तो कार्रवाई के नाम पर चंद दुकानों का चालान कर अधिकारी फिर से दफ्तर में बैठ जाते हैं।
इससे दुकानदारों के हौसले भी बुलंद हैं। जो लॉकडाउन लागू होने के बाद साफ नजर आए। दून में ही प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी गली-मोहल्लों में मुनाफाखोरी जारी है। उसपर घटतौली की जा रही है, सो अलग। रोज प्रशासन के पास इस संबंध में शिकायतें आ रही हैं। तब जाकर बाट-माप विभाग ने सोमवार को घटतौली के खिलाफ अभियान शुरू करते हुए दुकानों का निरीक्षण शुरू किया।
पहले दिन विभाग को सिर्फ 19 दुकानें ही ऐसी मिलीं, जहां तराजू और बाट में अनियमितता थी। अगले दिन यह आंकड़ा आधे पर आकर सिमट गया और टीम को सिर्फ 10 दुकानों में ही अनियमितता मिली। बुधवार को तो टीम ने सिर्फ आठ दुकानों का चालान कर कर्तव्य की इतिश्री की और वापस लौट गई। अभियान की यह कछुआ गति ही अधिकारियों की मंशा के बारे में सोचने पर मजबूर कर रही है। अगर विभाग इसी सुस्ती से काम करता रहा तो लोगों को दुकानदारों की मनमानी से फिलहाल राहत संभव नहीं।
आठ दुकानों का चालान कर जुर्माना वसूला
बाट-माप विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक अमित कुमार सिंह के नेतृत्व में विभागीय टीम ने सेवलाकलां, बालावाला, गांधीग्राम, चंदरनगर समेत अन्य क्षेत्रों में दुकानों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई दुकानों में तौल उपकरण खासकर इलेक्ट्रॉनिक कांटे का सत्यापन नहीं मिला।
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अमित कुमार सिंह ने बताया कि कुछ दुकानदारों ने बाट और मापने के यंत्रों का एक-दो साल से सत्यापन नहीं कराया था। कुछ दुकानों में खाद्य पदार्थो के मूल्य नहीं लिखे गए थे। इसके चलते आठ दुकानों का चालान कर मौके पर ही जुर्माना वसूला गया। सभी दुकानदारों को जल्द सत्यापन कराने के निर्देश दिए गए हैं। दोबारा अनियमितता पाए जाने पर दुकान सील करने की चेतावनी भी दी गई है।
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