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    Uttarakhand: अब जोशीमठ नहीं, Jyotirmath तहसील कहिये...सीएम धामी ने की नाम बदलने की घोषणा

    Updated: Thu, 13 Jun 2024 07:51 AM (IST)

    चमोली जिले की जोशीमठ तहसील को अब उसके प्राचीन नाम ज्योतिर्मठ के नाम से जाना जाएगा। जोशीमठ तहसील का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करने की क्षेत्रवासी लंबे समय से मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के क्रम में तहसील के नाम बदलने के संबंध में प्रस्ताव भेजे गए थे जिन पर केंद्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है।

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    Jyotirmath: जोशीमठ तहसील को अब ज्योतिर्मठ के नाम से जाना जाएगा।

    राज्य ब्यूरो, जागरण  देहरादून: Jyotirmath: चमोली जिले की जोशीमठ तहसील को अब उसके प्राचीन नाम ज्योतिर्मठ के नाम से जाना जाएगा। इसी तरह नैनीताल जिले की कोश्याकुटौली तहसील का नाम बदलकर कैंचीधाम तहसील कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के क्रम में इन दोनों तहसीलों के नाम बदलने के संबंध में प्रस्ताव भेजे गए थे, जिन पर केंद्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है।

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    जोशीमठ तहसील का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करने की क्षेत्रवासी लंबे समय से मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री धामी ने पिछले वर्ष चमोली जिले के घाट में आयोजित कार्यक्रम में इस तहसील का नाम ज्योतिर्मठ करने की घोषणा की थी।

    आदि गुरु शंकराचार्य ने अमर कल्पवृक्ष के नीचे की थी तपस्या

    मान्यता है कि जोशीमठ में आदि गुरु शंकराचार्य ने अमर कल्पवृक्ष के नीचे तपस्या कर दिव्य ज्ञान ज्योति प्राप्त की थी। दिव्य ज्ञान ज्योति और ज्योतेश्वर महादेव की वजह से इस जगह को ज्योतिर्मठ नाम दिया गया, जो बाद में जोशीमठ के नाम से प्रचलित हुआ। क्षेत्रवासियों ने जोशीमठ तहसील का नाम ज्योतिर्मठ करने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया है।

    मुख्यमंत्री धामी ने गत वर्ष 15 जून को कैंचीधाम मंदिर के स्थापना दिवस समारोह में कोश्याकुटोली तहसील का नामकरण कैंचीधाम के नाम पर करने की घोषणा की थी। इस संबंध में भी प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद केंद्र ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। क्षेत्रवासियों के साथ ही बाबा नीब करौरी महाराज के भक्तों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री धामी के प्रति आभार व्यक्त किया है।

    विश्वभर से लाखों लोगों की बाबा नीब करौरी महाराज के प्रति गहरी आस्था है। प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए कैंचीधाम पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार कैंचीधाम में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। इस धाम को मानसखंड मंदिरमाला मिशन में भी शामिल किया गया है।