Jawaharlal Nehru Jayanti: वर्ष 1920 में मसूरी में अंग्रेजों ने नेहरू से 24 घंटे के भीतर खाली करवाया था होटल
Jawaharlal Nehru Jayanti वर्ष 1920 की बात है। पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल परिवार के साथ मसूरी के होटल सेवाय में ठहरे हुए थे। अंग्रेजों ने नेहरू से 24 घंटे के भीतर होटल खाली करवा लिया था।

जागरण संवाददाता देहरादून। Jawaharlal Nehru Birth Anniversary पहाड़ों की रानी मसूरी से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल का गहरा नाता था। वह मसूरी की वादियां का आनंद लेने आया करते थे। जवाहर लाल नेहरू पहली बार वर्ष 1906 में पिता के साथ आए थे। वर्ष 1920 में वह परिवार के साथ मसूरी के होटल सेवाय में ठहरे थे। तब अंग्रेज अधिकारियों ने उनसे 24 घंटे के अंदर होटल खाली करवा लिया था।
जब पं. नेहरू को खाली करना पड़ा सेवाय होटल
इतिहासकार गोपाल भारद्वाज बताते है कि जवाहर लाल नेहरू मई 1920 में पत्नी कमला और पुत्री इंदिरा के साथ मसूरी आए थे। वे होटल सेवाय में ठहरे हुए थे। अफगानिस्तान और ब्रिटिश के बीच राजनैतिक संधि पर बातचीत के लिए डेलीगेट्स भी इसी होटल में ठहरे थे।
नेहरू से कहा था पत्र पर हस्ताक्षर करने को
जब अंग्रेजों को पता चला कि जवाहर लाल नेहरू भी उसी होटल में ठहरे हुए हैं तो वे डरे हुए थे कि कहीं जवाहर लाल नेहरू बातचीत को प्रभावित न कर दें। अंग्रेजों ने नेहरू से एक पत्र पर हस्ताक्षर करने को कहा था। उस पत्र में लिखा था कि नेहरू इस बातचीत में दखलअंदाजी नहीं करेंगे। नेहरू ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया था।
नेहरू से 24 घंटे के भीतर खाली करवा लिया था होटल
इस पर अंग्रेज अधिकारियों ने अपने उच्चाधिकारियों से आदेश लेकर नेहरू से 24 घंटे के भीतर होटल खाली करवा लिया। इसके बाद नेहरू इलाहाबाद (अब प्रयागराज) वापस लौट गए थे।
वर्ष 1928 और 1930 फिर मसूरी आए थे नेहरू
1928 में जवाहर लाल पत्नी कमला नेहरू के साथ फिर मसूरी पहुंचे और सेवाय होटल में ही ठहरे। अक्टूबर 1930 में वह पिता और पत्नी के साथ मसूरी आए। वे तीन दिन यहां रुके थे। इसके बाद वापस इलाहाबाद (अब प्रयागराज) लौट गए थे। इसके बाद एक आंदोलन में भाग लेने के चलते उन्हें नैनी जेल भेज दिया गया था।
ड्रेस कोड में आने के लिए कहने पर भड़क गए थे नेहरू
एक बार की बता है। जवाहर लाल नेहरू सेवाय होटल में डिनर के लिए गए। उन्होंने सादे कपड़े पहने हुए थे। ब्रिटिश काल में डिनर पर ड्रेस कोड के हिसाब से कपड़े पहनकर जाना होता था। होटल के महाप्रबंधक ने उन्हें ड्रेस कोड में आने के लिए कहा। जिस पर नेहरू भड़क गए थे। होटल प्रबंधन ने नेहरू से होटल खाली करवा दिया था। नेहरू रात में ही होटल छोड़ दिया था। वह लाइब्रेरी बाजार में अपने दोस्त पीएन तन्खा के होटल कश्मीर आ गए थे।
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