अभिव्यक्ति का उत्सव 'जागरण संवादी' देहरादून में आज से, आइए! इसका हिस्सा बनें
Jagran Samvadi Dehradun देहरादून में जागरण संवाद का भव्य आयोजन हो रहा है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे। इस दो दिवसीय उत्सव में साहित्य कला संस्कृति सिनेमा धर्म और राजनीति जैसे विषयों पर 30 से अधिक विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे। संवाद सत्रों में प्रवेश निशुल्क है और यह उत्सव संवादधर्मियों के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करेगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। इंतजार की घड़ियां खत्म। ‘जागरण संवादी’ आ पहुंचा है आपके द्वार, विभिन्न विधाओं के पुरोधाओं को साथ लेकर। सो, हमारा विनम्र आग्रह है कि आप आएं, अकेले नहीं, परिवार व मित्र-परिचितों के साथ और हिस्सा बनें अभिव्यक्ति के इस उत्सव का।
आज शनिवार से दो दिन (28 व 29 जून) चलने वाले इस उत्सव में 13 सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। पहले दिन उद्घाटन सत्र समेत छह और रविवार को सात सत्र होंगे, जिनमें 30 से अधिक नामचीन एवं प्रतिष्ठित विशेषज्ञ साहित्य, कला, संस्कृति, सिनेमा, धर्म, अर्थ, राजनीति आदि विषयों पर बेबाकी से अपनी बात रखते हुए संवाद परंपरा का श्रेष्ठतम उदाहरण प्रस्तुत करेंगे। साथ ही आप उनसे संवाद भी कर सकेंगे, अपनी जिज्ञासा शांत करने को। ...और हां। संवादी के सभी सत्रों में प्रवेश पूरी तरह निश्शुल्क है।
'संवादी' का उद्घाटन शनिवार दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे और इस मौके पर उनके साथ मंच पर मौजूद रहेंगे कवि एवं गीतकार प्रसून जोशी और पर्यावरणविद पद्मभूषण डा. अनिल जोशी। दून में संवादी का यह दूसरा आयोजन है, जिसे लेकर दून के संवादधर्मियों में जबरदस्त उत्साह है। दरअसल संवादी की पूरी परिकल्पना जमीन से जुड़ी हुई है, इसलिए हर संवादधर्मी इससे जुड़ने को उत्सुक रहता है।
हिंदी हैं हम अभियान के तहत आयोजित होने वाले इस उत्सव ने लोगों में यह सोच भी विकसित की है कि तेजी से बदलते दौर में भी हिंदी एक सशक्त भाषा है, जो तकनीक के साथ तालमेल बैठाने में समर्थ है। यह प्रतिक्रिया हमारे लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है और इसी कारण संवादी लगातार लोकप्रियता की सीढ़ियां चढ़ता जा रहा है। इस बार भी संवादी का आयोजन मौजा मालसी, मसूरी डायवर्जन रोड स्थित फेयरफील्ड बाय मैरियट में हो रहा है। ...तो तैयार हो जाइए, संवादी की इंद्रधनुषी छठा का आनंद उठाने को।
‘जागरण संवादी’ में आज
- उद्घाटन सत्र (दोपहर 12 बजे से) : ‘देश नहीं झुकने दूंगा’ विषय पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पर्यावरणविद पद्मभूषण डा. अनिल जोशी और कवि एवं गीतकार प्रसून जोशी का संवाद
- पहला सत्र (दोपहर एक बजे से) : ‘रचनात्मकता और एआइ’ विषय पर मकेन के चेयरमैन प्रसून जोशी व एड गुरु प्रह्लाद कक्कड़ से संवाद करेंगी लेखिका अमृता त्रिपाठी
- दूसरा सत्र (दोपहर दो बजे से) : ‘जाति गणना ंऔर राजनीति’ पर भाजपा नेता गुरु प्रकाश पासवान व कांग्रेस नेता रागिनी नायक से संवाद करेंगे दैनिक जागरण के राज्य संपादक मनोज झा
- तीसरा सत्र (दोपहर तीन बजे से) : ‘सुर में सुर मिला ले’ विषय पर पार्श्व गायिका हेमलता व जीवनीकार अरविंद यादव से संवाद करेंगे लेखक एवं संगीत अध्येता युनुस खान
- चतुर्थ सत्र (शाम चार बजे से) : एवरेस्ट विजेता मेघा परमार सुनाएंगी ‘एवरेस्टगाथा’
- पांचवां सत्र (शाम 5:15 बजे से) : प्यार के राही गीतकार समीर अंजान का ‘म्यूजिकल शो’
यहां सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक प्राप्त कर सकते हैं निश्शुल्क पास
- दैनिक जागरण कार्यालय, पटेल नगर
- कीवी किसान विंडो स्टोर, ईसी रोड
- कीवी किसान विंडो स्टोर, देव टावर्स जाखन, राजपुर रोड
- बुक वर्ल्ड, एस्लेहाल
- ऐलोरा मेल्टिंग मोमेंट्स, राजपुर रोड
(ई-आमंत्रण प्राप्त करने के लिए आप मोबाइल नंबर 8429021213 पर वाट्सएप करें)
दैनिक जागरण के आज से शुरू होने जा रहे दो दिवसीय संवादी को लेकर लोक कलाकारों में भी अत्यंत उत्साह है। संवादी के इस मंच में साहित्य, राजनीति, इतिहास, कला, संस्कृति, संगीत, नाटक, सिनेमा आदि विषयों पर देशभर के विद्वतजनों की चर्चा-परिचर्चा होगी। कार्यक्रम में लोक संस्कृति को और सशक्त करने का प्रयास किया गया है। यहां के लोक कलाकार व सहित्यकारों के हित और उनके मन की बात भी होगी।
-मनमोहन कंडवाल, अध्यक्ष, बार एसोसिएशन देहरादून
दैनिक जागरण जैसे प्रतिष्ठित समाचार पत्र का दून में दूसरा संस्करण भी उपयोगी, ज्ञानवर्धक और जनसरोकारों से जुड़ा होगा। मैं इस आयोजन को लेकर इसलिए भी उत्साहित हूं। यह साहित्य महोत्सव न केवल हिंदी भाषा और साहित्य की समृद्ध परंपरा को सम्मानित करता है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत, राजनीति और विचारधाराओं के संवाद को भी एक नया मंच देता है। ऐसे आयोजनों से भाषा जीवंत होती है और विचारों को नई उड़ान मिलती है।
-पूजा खन्ना, अहसान वूमेन, प्रभा खेतान फाउंडेशन
दैनिक जागरण को देहरादून में लगातार दूसरी बार संवादी कार्यक्रम को लेकर बधाई देना चाहूंगा। समाज के विभिन्न वर्ग और पेशों से जुड़े लोगों के विचारों का प्रस्तुतीकरण इस कार्यक्रम को विस्तृत और बहुआयामी बना देता है। संवादी कार्यक्रम में साहित्य, संस्कृति, संगीत और जन सरोकारों से जुड़ी हुई देश की अनेक जानी-मानी हस्तियों से स्थानीय रचनाकारों और कलाकारों को रूबरू होने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा।
-सुनील उनियाल गामा, पूर्व महापौर, देहरादून नगर निगम
दैनिक जागरण की ओर से संवादी के रूप में देहरादून के साहित्यकार व संस्कृतिर्मियों के लिए निश्चित रूप से एक अद्भुत व अनुपम कार्यक्रम होने जा रहा है। जो लंबे समय तक मानस पटल पर अंकित रहेगा। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के साहित्यकार व संस्कृतिकर्मियों को एक साथ एक ही मंच पर देखना-सुनना बहुत सुखद होगा। इस आयोजन के लिए हम सभी भी उत्साहित हैं।
- मदन मोहन डुकलान, साहित्यकार एवं रंगकर्मी
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