ITBP POP:आइटीबीपी की मुख्य धारा से जुड़े 53 अधिकारी, सीएम बोले-सरहद पर खड़े रखवालों के कारण चैन की नींद सो रहा है देश
ITBP Passing Out Parade मसूरी स्थित आइटीबीपी अकादमी में पासिंग आउट परेड में 53 अधिकारी शपथ लेने के साथ ही भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल की मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे। पासिंग आउट परेड में सीएम पुष्कर सिंह धामी मुख्य अथिति के तौर पर शामिल रहे।

संवाद सहयोगी, मसूरी। ITBP Passing Out Parade भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) में अब महिला अधिकारी भी जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सरहद पर दुश्मन को सबक सिखाएंगी। पहली बार आइटीबीपी के इतिहास में दो महिला अधिकारियों को जनरल ड्यूटी (जीडी) में शामिल किया गया है। अब तक महिला जवानों को ही सीमा पर तैनात किया जा रहा था।
रविवार को मसूरी में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आइटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने इन दोनों अफसरों के कंधों पर सितारे सजाए। कुल 53 अधिकारी आइटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल हुए। आइटीबीपी में महिला कांस्टेबल की भर्ती वर्ष 2009-10 में शुरू की गई थी। बल के जनसंपर्क अधिकारी विवेक कुमार पांडे ने बताया कि इसके बाद वर्ष 2013-14 में महिला उपनिरीक्षकों को शामिल किया गया और अब सहायक सेनानी जीडी (जनरल ड्यूटी) के तौर पर दो महिला अधिकारी प्रकृति राय और दीक्षा आइटीबीपी की मुख्यधारा में आई हैं। प्रकृति बिहार के समस्तीपुर और दीक्षा उत्तर प्रदेश के इटावा ही रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि नए प्रविधानों के अनुसार बल में महिलाओं की संख्या 15 फीसद रहेगी।
रविवार को मसूरी स्थित आइटीबीपी अकादमी में एक साल का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद 42 अधिकारी बतौर सहायक सेनानी (जीडी) मुख्य धारा में शामिल हो गए। वहीं, छह माह के प्रशिक्षण के बाद 11 सहायक सेनानी बतौर इंजीनियर तैनात होंगे। मुख्य अतिथि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आइटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने परेड की सलामी ली। समारोह में सहायक सेनानी (जीडी) जोसी ए दिलीप को गृहमंत्री की स्वार्ड आफ आनर प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरहद पर तैनात जवानों के कारण ही आज देश चैन की नींद सो पा रहा है। उन्होंने कहा कि आज हिमवीर लद्दाख से अरुणाचल तक अति दुर्गम सीमा की सुरक्षा पूरी मुस्तैदी के साथ कर रहे है। उन्होंने उम्मीद जताई कि युवा अधिकारी एक कुशल और योग्य नेतृत्वकत्र्ता साबित होंगे। समारोह में उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के साथ ही पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और अकादमी निदेशक नीलाभ किशोर भी उपस्थित थे।
सीएम ने किया पुस्तक का विमोचन
समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आइटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने 'हिस्ट्री आफ आइटीबीपी' नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। बल के जनसंपर्क अधिकारी विवेक कुमार पांडे ने बताया कि 640 पेज की पुस्तक में एक हजार से अधिक दुर्लभ तस्वीरें हैं। उन्होंने बताया कि संभवत: यह पहली पुस्तक है, जो आइटीबीपी के इतिहास की प्रमाणिक जानकारी देती है।
इन्होंने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन
- बेस्ट आल राउंड ट्रेनी, बेस्ट इन इनडोर व बेस्ट इन कंडक्ट - सहायक सेनानी (जीडी) जोसी ए दिलीप तथा आलराउंड बेस्ट ट्रेनी
- बेस्ट इन आउटडोर- सहायक सेनानी (जीडी) सिमरनजीत सिंह
- बेस्ट स्पोट्र्स पर्सन व बेस्ट एंडयोरेंस- सहायक सेनानी (जीडी) माहिन टीके
- बेस्ट मार्कर्समैन- सहायक सेनानी (जीडी) मोनू सिंह मीणा
ये भी हुए पुरस्कृत
जीओज कम्बेटाइजेशन कोर्स के सहायक सेनानी अभियंता आशीष कुमार सिंह को आलराउंड बेस्ट ट्रेनी व बेस्ट इन इनडोर तथा सहायक सेनानी अभियंता शशांक राना को बेस्ट आउटडोर प्रशिक्षणार्थी के लिए पुरस्कृत किया गया।
राज्यवार पासआउट
उत्तर प्रदेश-8, महाराष्ट्र-7, राजस्थान-6, हरियाणा-4, कर्नाटक-3, बिहार-3, मणिपुर-2, लद्दाख-2, उत्तराखंड-2, चंडीगढ़-1, झारखंड-1, केरल-1, पंजाब-1, तमिलनाडु-1
11 सहायक सेनानी अभियंता
उत्तराखंड-4, उत्तर प्रदेश-3, हरियाणा-2, चंडीगढ-1, राजस्थान-1
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