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अब नॉर्थ पोल पर तिरंगा फहराना है डीआइजी अपर्णा कुमार का लक्ष्य

उत्तरी अमेरिका की माउंट देनाली (20310 फीट) फतह कर दून लौटीं डीआइजी अपर्णा कुमार का भव्य स्वागत किया गया।

By Edited By: Published: Sat, 13 Jul 2019 09:00 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jul 2019 09:33 PM (IST)
अब नॉर्थ पोल पर तिरंगा फहराना है डीआइजी अपर्णा कुमार का लक्ष्य
अब नॉर्थ पोल पर तिरंगा फहराना है डीआइजी अपर्णा कुमार का लक्ष्य

देहरादून, जेएनएन। उत्तरी अमेरिका की माउंट देनाली (20310 फीट) फतह कर दून लौटीं आइटीबीपी की डीआइजी अपर्णा कुमार का फ्रंटियर के अधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान आइपीएस अपर्णा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनका अगला लक्ष्य नॉर्थ पोल (उत्तरी ध्रुव) पर तिरंगा फहराना है। अप्रैल 2020 में वह इस अभियान में जुट जाएंगीं। इसके अलावा भविष्य में भी नामचीन चोटियां फतह करने का अभियान जारी रखेंगीं। 

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आइटीबीपी नॉर्दन फ्रंटियर सेक्टर हेड क्वॉर्टर की डीआइजी अपर्णा कुमार ने अगस्त 2014 से किलोमंजारो से पर्वतारोहण अभियान की शुरुआत की। इसके बाद वह लगातार दुनिया की कठिन चोटियां फतह कर तिरंगा फहराने में जुटी हैं। उत्तर प्रदेश कैडर 2002 बैच की आइपीएस अफसर अपर्णा कुमार ने दुनिया की एक के बाद एक नामचीन चोटियां फतह करते हुए सेवन समिट चैलेंज का सपना पूरा कर लिया है। 

यह अभियान अपर्णा ने उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी देनाली समिट कर किया। शनिवार को अपर्णा दून पहुंची तो आइटीबीपी सीमाद्वार स्थित नॉर्दन फ्रंटियर में उनका सेना के बैंड की धुन पर अधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। यहां आइजी नीलाभ किशोर ने पुष्पगुच्छ और स्मृति चिह्न देकर उनको सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि अपर्णा की उपलब्धि न केवल आइटीबीपी बल्कि पूरे देश के लिए है। उन्होंने दुनिया की सेवन समिट चैलेंज को पूरा कर देश का दुनिया में गौरव बढ़ाया है। 

इस मौके पर आइपीएस अपर्णा ने अपने अनुभव साझा कर कहा कि माउंट देनाली फतह करने के लिए 26 दिन का लक्ष्य रखा था। मगर, मौसम ने साथ दिया और सिर्फ 11 दिन में तिरंगा फहराने में सफलता मिली। इस दौरान उनके साथ दो अन्य पर्वतारोही भी आरोहण में सफल रहे। उन्होंने दावा किया कि वह सिविल सेवा के अधिकारियों में सेवन समिट करने वाली पहली हैं। अब तक किसी भी आइपीएस और आइएएस ने यह अभियान पूरा नहीं किया है। 

इस मौके पर डीआइजी कुंवरपाल सिंह, कमांडेंट एके गुप्ता, उप सेनानी सुनील कांडपाल, उमंग खत्री, हरीश चंद्र पैन्यूली, आशीष शर्मा, सहायक सेनानी एचबी गुरुंग समेत अन्य मौजूद रहे। 

हर लक्ष्य को हासिल कर सकती हैं महिलाएं 

आइपीएस अपर्णा कुमार ने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। यदि महिलाओं ने ठान ली तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं। उन्होंने महिलाओं को हर क्षेत्र में भागीदारी करने की अपील की। कहा कि समाज में महिलाओं को जिस नजरिए से देखा जाता है, वह अब नहीं रहा है। 

यहां से किया कोर्स 

आइपीएस अपर्णा कुमार ने शुरुआती पर्वतारोहण कोर्स का प्रशिक्षण अटल बिहारी वाजपेई इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग मनाली से 2013 में किया। यहीं से एडवास पर्वतारोहण कोर्स जुलाई 2014 में पूर्ण किया। अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो तंजानिया पर अगस्त 2014 में पर्वतारोहण अभियान किया। 

इन चोटियों पर किया सफल आरोहण

-नवंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया और ओशिनिया की सबसे ऊंची चोटी कॉर्ड्स पिरामिड इंडोनेशिया। 

-जनवरी, 2015 में साउथ अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट अकंकागुआ, अजर्जेंटीना। -अगस्त 2015 में यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रूस, रूस। 

-मई 2016 में अंटार्टिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट विंसन मैसिफ, रूस। 

-सितंबर 2016 में एशिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर नॉर्थ साइड। 

-सितंबर 2016 में विश्व की आठवीं सबसे ऊंची चोटी माउंट मानस्लू, नेपाल। 

-जनवरी 2019 को साउथ पोल 

-जून 2019 में माउंट देनाली उत्तरी अमेरिका।

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