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वेल्हम गर्ल्स स्कूल में सीएम धामी बोले- गौरवशाली, वैभवशाली और विश्व को नेतृत्व देने वाला है नया भारत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत संस्कृति मंत्रालय एवं कला क्षेत्र फाउंडेशन के तत्वावधान में वेल्हम गर्ल्स स्कूल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगीत एवं नृत्य महोत्सव अमृतं गमय की शुरुआत की।

By Sumit KumarEdited By: Published: Wed, 10 Aug 2022 11:24 AM (IST)Updated: Wed, 10 Aug 2022 11:24 AM (IST)
वेल्हम गर्ल्स स्कूल में सीएम धामी बोले- गौरवशाली, वैभवशाली और विश्व को नेतृत्व देने वाला है नया भारत
वेल्हम गर्ल्स स्कूल में आयोजित अमृतम गमया सांस्कृतिक कार्यक्रम की दीप जलाकर उद्घाटन करते मुख्यंमत्री पुष्कर सिंह धामी।

जागरण संवाददाता, देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत, गौरवशाली, वैभवशाली और विश्व को नेतृत्व देने वाला भारत होगा। उन्होंने कहा कि तीन साल बाद उत्तराखंड अपनी स्थापना की रजत जयंती मनाएगा। इन 25 वर्ष में उत्तराखंड विकास के नए आयाम प्राप्त करे, इसके लिए सभी विभाग और संस्थान अपने-अपने क्षेत्र में विकास के लक्ष्य निर्धारित कर जन अपेक्षाओं को पूर्ण करने का कार्य कर रहे हैं।

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अमृतं गमय को क‍िया संबोध‍ित

मुख्यमंत्री मंगलवार को वेल्हम गर्ल्स स्कूल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगीत एवं नृत्य महोत्सव अमृतं गमय को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत संस्कृति मंत्रालय एवं कला क्षेत्र फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत की।

उत्तराखंड, बंगाल, कश्मीर की लोक संस्कृति के दिखे रंग

इस सांस्कृतिक महोत्सव में उत्तराखंड, बंगाल, कश्मीर के लोक संगीत के साथ वायलन वादन, कथक, भरतनाट्यम और स्पेन व मिस्र जैसे देशों की संस्कृति की भी झलक प्रस्तुत की गई।

देशभर में 60 हजार से अधिक कार्यक्रम कर रहा संस्कृति मंत्रालय

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय देशभर में 60 हजार से अधिक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि समृद्ध कला एवं संस्कृति से ओतप्रोत ऐसे कार्यक्रम राष्ट्र के लिए प्रेरणा बनते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार करने के लिए देश कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में भी आगे आ रहा है।

अंधकार से प्रकाश की ओर जाने की हमारी परंपरा

केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि विश्व कल्याण, सबके सुख की कामना और अंधकार से प्रकाश की ओर जाने की हमारी परंपरा रही है। देश की कला एवं संस्कृति के विविध स्वरूपों को देश व दुनिया के समक्ष लाने का प्रयास है। अमृतं गमय जैसे वैश्विक आयोजन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से युवाओं को परिचित कराने में मददगार होंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में देश की आजादी के 100 साल पूर्ण होंगे। हमारा युवा स्वतंत्रता के इस अमृतकाल में विभिन्न क्षेत्रों में देश की समृद्धि में अपना योगदान दे रहा हैं।

आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी हो रहा पूरा

देश में युवा शक्ति की मजबूती के साथ आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी पूरा हो रहा है। भारत वर्ष 2047 तक विश्व गुरु बने, यह 130 करोड़ देशवासियों का एजेंडा है। देश में नई शिक्षा नीति, खेलो इंडिया, कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाया जा रहा है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के माध्यम से महिला सशक्तीकरण पर विशेष ध्यान देकर उन्हें विकास में भागीदार बनाया जा रहा है।

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बेहतर प्रदर्शन कर देश के लिए मेडल जीत रही बाल‍िकाएं

महिलाओं का सम्मान हमारी परंपरा है। आज महिलाएं देश के आर्थिक विकास में सहयोगी ही नहीं हैं, देश की बालिकाएं विभिन्न खेल स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन कर देश के लिए मेडल जीत रही हैं। इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति संयुक्त सचिव उमा रतूड़ी, सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, हरिचंद्र सेमवाल, कला क्षेत्र फाउंडेशन की रेवती रामचंद्रन, वेल्हम गर्ल्स की प्रधानाचार्य विभा कपूर सहित कला एवं संस्कृति से जुड़े कलाकार व संस्कृति कर्मी उपस्थित रहे।

लोक संस्कृति की बिखरी छटा

अमृतं गमय के स्टार कलाकार संतूर वादक पंडित राहुल शर्मा रहे। उन्होंने और उनके बैंड ने गुलजार गनी के नेतृत्व में कश्मीरी लोक संगीतकारों के साथ मंच साझा किया। वहीं, ताल इंडिया ने भी अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अतिरिक्त लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी की प्रस्तुति ने उत्तराखंड की पहाड़ी लोक संस्कृति की छटा बिखेरी। यह प्रस्तुति कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। इस दौरान बंगाल के पुरुलिया छाउ, लालगुडी विजयलक्ष्मी की वायलन की प्रस्तुति और अनुपमा भागवत के सितार वादन ने भी मन मोहा। कला क्षेत्र फाउंडेशन, चेन्नई के कलाकारों ने रामायण को केंद्र में रखकर नृत्य की प्रस्तुति दी।

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