उत्तराखंड में इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स देगा साइबर सिक्योरिटी का प्रशिक्षण
इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के दून स्थित स्टेट सेंटर ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे प्रदेशभर के छात्रों को तकनीकी शिक्षा में दक्ष बनाने का बीड़ा उठाया है।
देहरादून, अशोक केडियाल। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के दून स्थित स्टेट सेंटर ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे प्रदेशभर के छात्रों को तकनीकी शिक्षा में दक्ष बनाने का बीड़ा उठाया है, जिससे छात्र अपने स्नातक कार्यक्रम के साथ-साथ औद्योगिक मांग के अनुरूप कुशल बन सकें। इससे उन्हें बेहतर रोजगार पाने में सुविधा होगी।
इसके लिए संस्थान छात्रों को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) की ओर से सुझाए गए तकनीकी शिक्षा के उभरते पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण देगा। संस्थान प्रदेश के विभिन्न तकनीकी संस्थानों में पढ़ रहे इंजीनियरिंग छात्रों को साइबर सिक्योरिटी, बिग डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स इत्यादि विषयों पर छह माह का सर्टिफिकेट प्रशिक्षण देने की तैयारी कर रहा है। प्रशिक्षण के लिए प्रमाणित विशेषज्ञ को आमंत्रित किया जाएगा। प्रशिक्षण हर सप्ताह शनिवार और रविवार को आइएसबीटी के समीप इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स के स्टेट सेंटर में दिया जाएगा।
कंपनी के साथ किया एमओयू
इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य दिनकर ने बताया कि उपरोक्त प्रशिक्षण के लिए स्लॉग सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से एमओयू किया गया है। इस कंपनी के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से एक जुलाई 2020 से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। राज्य के सभी तकनीकी संस्थानों और विश्वविद्यालयों के छात्रों को प्रशिक्षण के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी।
संस्थान में आधुनिक प्रयोगशाला बनेगी
इंस्टीट्यूशन ऑफ इंनजीनियर्स इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने बताया कि स्टेट सेंटर में उपरोक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के अभियांत्रिकी छात्रों को औद्योगिक मांग के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जा सके।
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युवा और उद्योग दोनों होंगे लाभान्वित
सेंटर के कौशल विकास विभाग के निदेशक प्रो. महिपाल जैन का कहना है कि इस प्रशिक्षण के प्रारंभ होने से छात्रों को ही नहीं प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों को भी लाभ होगा। सेलाकुई, हरिद्वार, काशीपुर, रुद्रपुर, सितारगंज आदि औद्योगिक क्षेत्रों को कुशल युवा प्राप्त होंगे।
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