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    Haridwar News : कक्षा एक से आठ तक का पाठ्यक्रम 2023 तक तैयार कर लेगा भारतीय शिक्षा बोर्ड

    By Nirmala BohraEdited By:
    Updated: Sun, 28 Aug 2022 11:50 AM (IST)

    Haridwar News भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी सिंह ने कहा कि बोर्ड के नोएडा और हरिद्वार स्थित दोनों कार्यालयों में कक्षा एक से आठ तक ...और पढ़ें

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    Haridwar News : भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी सिंह। जागरण

    अनूप कुमार सिंह, हरिद्वार : Haridwar News : भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी सिंह ने कहा कि कक्षा एक से आठ तक का पाठ्यक्रम 2023 से पहले आ जाएगा। विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के शिक्षाविद इस दिशा में कार्य कर रहे हैं।

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    भारतीय शिक्षा बोर्ड का ध्येय भारतीय युवाओं को नौकरी नहीं, नेतृत्व परक शिक्षा देना है। इसी दृष्टिकोण से पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बोर्ड के नोएडा और हरिद्वार स्थित दोनों कार्यालयों में कार्य आरंभ कर दिया गया है।

    पुरातन के साथ नूतन के सिद्धांत पर तैयार किया जा रहा पाठ्यक्रम

    बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी सिंह ने बातचीत में कहा कि पाठ्यक्रम को पुरातन के साथ नूतन के सिद्धांत पर तैयार किया जा रहा है। जिसमें वेद-वेदानुकूल आधारित शास्त्र, प्राचीन भारतीय गणित, संगणना के साथ ही कंप्यूटर साइंस, अंतरिक्ष विज्ञान और आधुनिक शिक्षा का समावेश होगा।

    उन्होंने कहा कि विज्ञान से संबंधित विषयों को समझने के लिए आध्यात्मिकता की आवश्यकता है। ऐसे में विज्ञान व आध्यात्म का समन्वय समझना आवश्यक है।

    संस्कृत विश्व की सबसे परिष्कृत और वैज्ञानिक भाषा

    उन्होंने बताया कि विश्व स्तर पर इस बात को भी व्यापक मान्यता मिलने लगी है कि संस्कृत विश्व की सबसे परिष्कृत और वैज्ञानिक भाषा है। यही अन्य सभी भाषाओं की जननी भी है।

    इसी तरह वेद भारत का सांस्कृतिक संविधान है और भारतीय ज्ञान परंपरा, ज्ञान-विज्ञान का मूल स्रोत भी है, लेकिन विभिन्न कालखंड में घटित घटनाओं, युद्ध और अन्य कारणों से उसे आधुनिक काल में वह सम्मान नहीं मिला, जिसका वह वास्तविक अधिकारी था।

    स्कूली शिक्षा में औपचारिक रूप से इसे प्रतिष्ठापित कर उसे उसका वास्तविक सम्मान दिलाना भारतीय शिक्षा बोर्ड के गठन का मूल उद्देश्य है।