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    सेना संभालेगी देहरादून की सड़कों पर मोर्चा, बिगड़ैल वाहन चालकों को पढ़ाएगी नियमों का पाठ

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 03:55 PM (IST)

    देहरादून की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए सेना के जवान अब सड़कों पर मोर्चा संभालेंगे। यातायात वार्डन के रूप में तैनात होकर वह बिगड़ैल वाहन चालकों ...और पढ़ें

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    देहरादून की सड़कों पर कुछ इस तरह लगता है जाम।

    सुमन सेमवाल, जागरण: देहरादून: यह बात किसी से छिपी नहीं है कि दून की यातायात व्यवस्था चुनौतियों के पहाड़ पर जाकर खड़ी हो गई है। जितना समाधान खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं, हालात उतने ही विकट हो रहे हैं।

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    वाहनों के बढ़ते दबाव के साथ एक बड़ी बात यह सामने आ रही है कि यातायात नियमों के प्रति अनदेखी भी ट्रैफिक जाम की समस्या को बढ़ा रही है। ऐसे में लोक निर्माण विभाग/जिला सड़क सुरक्षा समिति की तैयारी है कि बिगड़ैल वाहन चालकों और नियमों की अनदेखी करने वालों को सेना के जवान पाठ पढ़ाएंगे।

    इसके लिए सेना के जवानों को यातायात वार्डन के रूप में प्रमुख सड़कों/जंक्शन पर तैनात करने की तैयारी कर दी गई है। इस संबंध में लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता ने पुलिस अधीक्षक यातायात और आरटीओ प्रशासन/प्रवर्तन को पत्र भेजा है।

    लोनिवि के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार ने यह पत्र बतौर सचिव जिला सड़क सुरक्षा समिति भेजा है। इसमें जिलाधिकारी सविन बंसल के आदेश और कमान अधिकारी कर्नल पी थपलियाल के सुझाव का हवाला दिया गया है।

    पत्र के मुताबिक राजपुर रोड, घंटाघर, बल्लूपुर चौक और अन्य प्रमुख इलाकों में व्यस्त समय में ट्रैफिक की समस्या बेकाबू हो जाती है। वाहनों की बढ़ती संख्या के बीच यातायात नियमों के उल्लंघन से हालात चुनौतीपूर्ण बने रहते हैं। इसके साथ ही यातायात व्यवस्था में लगे कार्मिकों की कमी के कारण स्थिति में सुधार नजर नहीं आता है।

    कहा गया है कि सेना के जवानों को यातायात वार्डन के रूप में तैनात कर ट्रैफिक का बेहतर प्रबंधन किया जा सकता है। यह पहल दिल्ली में सफल हो चुकी है। ऐसे में देहरादून जैसे तेजी से बढ़ते शहर में इस तरह की व्यवस्था किया जाना समय की मांग भी है।

    सेना की अनुशासित उपस्थिति से हालात काबू में होंगे

    लोनिवि के अधिशासी अभियंता के पत्र के अनुसार सेना के जवान न सिर्फ स्थानीय यातायात विभाग के साथ समन्वय स्थापित करेंगे, बल्कि वह यातायात नियमों के उल्लंघन की पहचान भी करेंगे।

    दिल्ली में सेना की इस तरह की अनुशासित उपस्थिति से वाहन चालकों में नियम तोड़ने की प्रवृत्ति भी कम हुई। इसके साथ ही सेना के जवान यातायात नियमों के उल्लंघन का विवरण उसके स्थान, कारण को समय और तिथि के साथ अंकित करेंगे। साथ ही चालान करने के लिए यातायात पुलिस को विवरण भेजेंगे।

    व्यवस्था लागू करने को बिंदुवार एजेंडा मांगा

    पत्र में जिला सड़क सुरक्षा समिति के सचिव के नाते अधिशासी अभियंता ने पुलिस अधीक्षक यातायात और आरटीओ से नई प्रस्तावित व्यवस्था के मद्देनजर बिंदुवार एजेंडा उपलब्ध कराने का आग्रह भी किया है।

    एक्सप्रेस-वे खुलने के मद्देनजर करने होंगे सभी प्रयास

    निकट भविष्य में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे खुल जाएगा। इससे वाहनों का दबाव देहरादून की तरफ 20 से 25 प्रतिशत बढ़ सकता है। इसके साथ ही पांवटा साहिब राजमार्ग का चौड़ीकरण भी अंतिम पड़ाव पर है।

    लिहाजा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ की तरफ से भी अतिरिक्त वाहन दबाव दून में आने की संभावना है। ऐसे में यातायात सुधार की दिशा में सभी संभावित इंतजाम किए जाने की आवश्यकता है।

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