दून के भृगुवंशी की कप्तानी में भारत बास्केटबाल चैंपियन, बांग्लादेश टीम को दी करारी शिकस्त
अंतरराष्ट्रीय बास्केटबाल खिलाड़ी व अर्जुन पुरस्कार विजेता विशेष भृगुवंशी की कप्तानी में भारतीय टीम लगातार छठी साउथ एशियन बास्केटबाल एसोसिएशन (साबा) प्रतियोगिता जीतने सफल रही है। ढाका में टीम ने बांग्लादेश को करारी शिकस्त देते हुए परचम लहराया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। देहरादून के अंतरराष्ट्रीय बास्केटबाल खिलाड़ी व अर्जुन पुरस्कार विजेता विशेष भृगुवंशी की कप्तानी में भारतीय टीम लगातार छठी साउथ एशियन बास्केटबाल एसोसिएशन (साबा) प्रतियोगिता जीतने सफल रही है। ढाका में टीम ने बांग्लादेश को करारी शिकस्त देते हुए परचम लहराया।
15 से 20 नवंबर तक ढाका, बांग्लादेश में आयोजित पुरुष बास्केटबाल प्रतियोगिता-2021 में भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद उत्कृष्ट रहा। भारतीय टीम प्रतियोगिता में सभी टीमों को एकतरफा पराजित करते हुए चैंपियन बनी। भारतीय टीम ने श्रीलंका को 114-48, मालदीव को 88-31 और फाइनल में बांग्लादेश को 106-41 से एकतरफा पराजित करके जीत हासिल की।
विशेष भृगुवंशी 2006 से भारतीय बास्केटबाल टीम के सदस्य हैं। भृगुवंशी वर्तमान में ओएनजीसी में कार्यरत हैं और दून में नेशविला रोड के निकट निवास करते हैं। जिला बास्केटबाल संघ देहरादून की सचिव शैलजा असवाल व उत्तराखंड के सचिव मनदीप ग्रेवाल ने भी इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी है। वहीं, हल्द्वानी के प्रशांत रावत भी भारतीय टीम के सदस्य रहे।
गायत्री विद्यापीठ के छात्र रोहित का खेलो इंडिया में चयन
गायत्री विद्यापीठ शांतिकुंज के कक्षा ग्यारह के छात्र रोहित यादव का भारत सरकार के खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत चयन हुआ है। रोहित का चयन भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर हुआ है। रबर ब्वाय रोहित को योग के तीन सौ से अधिक आसन करने में महारथ हासिल है। वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में दो दर्जन से अधिक पदक अपने नाम कर चुके हैं। भारत सरकार के खेलो इंडिया में चयन होने पर गायत्री विद्यापीठ के अभिभावक डा. प्रणव पंड्या और शैलदीदी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपना शुभाशीष दिया है।
गायत्री विद्यापीठ के व्यवस्था मंडल प्रमुख शेफाली पंड्या ने कहा कि रोहित का योग के लिए भारत सरकार के खेलो इंडिया में चयन होना गायत्री विद्यापीठ शांतिकुंज के साथ ही हरिद्वार के लिए गौरव की बात है। गायत्री विद्यापीठ में विद्यार्थियों के चहुंमुखी विकास के लिए पढ़ाई के साथ-साथ चलाए जा रहे अन्य प्रशिक्षण का ही परिणाम है कि यहां के विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में परचम लहरा रहे हैं। रोहित चार वर्ष की उम्र से ही अपने पिता शांतिकुंज कार्यकर्त्ता रवींद्र यादव से प्रशिक्षण ले रहे हैं। पिछले दिनों ओडिशा में देश भर के युवाओं के लिए खेलो इंडिया में चयन के लिए विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। इसमें उत्तराखंड की ओर से योग के क्षेत्र में गायत्री विद्यापीठ के रोहित ने प्रतिभाग किया था। व्यवस्थापक महेंद्र शर्मा सहित शांतिकुंज और विद्यापीठ परिवार ने भी उन्हें बधाई दी।
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