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    IMA POP में दिखी कश्मीर की सच्ची तस्वीर, पिता व भाई से मिली प्रेरणा और इमरान बन गया आर्मी अफसर

    Updated: Sun, 15 Jun 2025 11:37 AM (IST)

    बारामूला के इमरान अहमद भारतीय सैन्य अकादमी से अफसर बने। उनके पिता ITBP से रिटायर हैं और भाई सेना में हैं। इमरान 2017 में राइफलमैन बने और अफसर बनने का सपना पूरा किया। उन्होंने कश्मीरी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर दिखाया कि कश्मीर का युवा भी राष्ट्रवादी और देशप्रेमी है। मेरठ के हर्ष चौधरी भी सेना में अफसर बने जिससे उनके परिवार का नाम रोशन हुआ।

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    इमरान की कहानी हर कश्मीरी युवा के लिए प्रेरणा। जागरण

    जागरण संवाददाता, देहरादून। कश्मीर में एक तरफ जहां आतंक खौफ अभी भी चिंता का सबब बना है, वहीं दूसरी तरफ उसी धरती से भारत माता की सेवा में समर्पित जांबाज निकल रहे हैं। बारामूला के इमरान अहमद कश्मीर की यही तस्वीर पेश करते हैं। शनिवार को जब वह भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) की पासिंग आउट परेड में अफसर बनकर निकले, तो न सिर्फ उनका परिवार गर्व से भरा था, बल्कि पूरे कश्मीर के युवाओं को भी उन्होंने एक नई राह दिखाई।

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    इमरान का परिवार पहले से ही राष्ट्रसेवा में लगा है। पिता तारिक अहमद आइटीबीपी में रह चुके हैं और भाई आमिर भी सेना में राइफलमैन हैं। इमरान खुद भी 2017 में सेना में बतौर राइफलमैन भर्ती हुए थे। गुजरात और उरी में उन्होंने सेवा दी। दिल में हमेशा एक सपना पल रहा था, फौज में अफसर बनकर आगे बढ़ने का। यूनिट में मौजूद अधिकारियों ने न सिर्फ इमरान को प्रेरित किया, बल्कि हर कदम पर मार्गदर्शन भी किया।

    इसी का नतीजा रहा कि वह आर्मी कैडेट कालेज (एसीसी) की परीक्षा में सफल हुए और आज भारतीय सेना में अफसर बनकर अपने पूरे इलाके के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं। इस दौरान उनकी पत्नी शाजिया और जुड़वां बेटियां हुरैन व अमल भी मौजूद थीं। गर्व और खुशी का वह दृश्य देखने लायक था। इमरान का कहना है कि कश्मीर की कहानी सिर्फ अलगाववाद की नहीं है। यहां का युवा भी उतना ही राष्ट्रवादी, उतना ही देशप्रेमी है, जितना देश का कोई अन्य युवा।

    देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा कश्मीरी खून में भी है। हाल ही में सेना की भर्ती रैलियों में कश्मीरी युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। इमरान का मानना है कि सेना में शामिल होने वाले कश्मीरी युवाओं का बढ़ता प्रतिशत इस बात का प्रमाण है कि घाटी अब शांति, स्थिरता और विकास की ओर आगे बढ़ रही है।

    मेरठ के फैक्ट्री कर्मचारी के बेटा बना सेना में लेफ्टिनेंट

    देहरादून: मेरठ निवासी पीवीसी फेक्ट्री में कार्य करने वाले अमर पाल चौधरी के बेटे हर्ष चौधरी ने सेना में अफसर बनकर परिवार का नाम रोशन किया है। अमर पाल सहारनपुर स्थित पीवीसी फैक्ट्री में काम करते हैं। शनिवार को आईएमए में हुई पासिंग आउट परेड में उनके कंधे पर सजे सितारे देख सभी की आंखें भर आई।

    हर्ष की मां सविता देवी गृहिणी हैं। बताया कि हर्ष की पढ़ाई सिटी वोकेशनल पब्लिक स्कूल स्कूल मेरठ से हुई। इसके बाद एरनडीए का प्रशिक्षण के लिए पुणे गए। यहीं से आइएमए तक पहुंचे। अमर पाल चौधरी बताते हैं कि हर्ष को शुरू से ही नेतृत्व करना पसंद था। इसलिए स्कूल में हेड ब्वाय रहा। एनसीसी में भी बेहतर प्रदर्शन किया।

    शिक्षक भी प्रदर्शन को देखते हुए सराहना करते थे। आज परिवार के लिए खुशी का अलग पल है। उन्होंने बताया कि हर्ष के अलावा उनकी दो बेटी हैं हर्ष दूसरे नंबर पर हैं। सेना में रहकर देश सेवा का काम करना उनके लिए गर्व की बात है। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की।