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Coronavirus impact on Holi: होली पर कोरोना का असर, बाजारों से चीनी उत्पाद गायब

होली के पर्व पर एक महीने पहले से बाजारों में चाइनीज पिचकारी समेत तमाम वस्तुएं देखने को मिल जाती थीं वहीं इस बार कोरोना के चलते ऐसा कुछ खास नजर नहीं आ रहा है।

By Edited By: Published: Thu, 05 Mar 2020 08:32 PM (IST)Updated: Fri, 06 Mar 2020 07:45 AM (IST)
Coronavirus impact on Holi: होली पर कोरोना का असर, बाजारों से चीनी उत्पाद गायब

देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस का असर अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर तो पड़ा ही है, साथ ही अब इसका असर रंगों के पर्व होली पर भी देखने को मिल रहा है। जहां पिछले साल तक होली के पर्व पर एक महीने पहले से बाजारों में चाइनीज पिचकारी समेत तमाम वस्तुएं देखने को मिल जाती थीं, वहीं इस बार ऐसा कुछ खास नजर नहीं आ रहा है।

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ये कोरोना का ही असर है कि पिछले साल तक चाइनीज पिचकारियों से सजने वाले राजधानी के बाजारों में इस बार सिर्फ देशी पिचकारी ही नजर आ रही हैं। हालांकि, कुछ दुकानदारों ने पिछले साल की बची हुई पिचकारियां दुकानों के बाहर सजाई हैं। लेकिन, कोरोना वायरस के डर से उन्हें खरीदने से भी ग्राहक परहेज कर रहे हैं। राजधानी के पलटन बाजार, मोती बाजार, हनुमान चौक, करनपुर में दुकानों में इंडियन व हर्बल रंग की ही मांग है।

मेक इन इंडिया को मिल रहा बढ़ावा

कोरोना वायरस की वजह से भले ही चीनी उत्पादों से लोग दूरी बना रहे हैं, लेकिन इससे मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिल रहा है। दरअसल, लोग भारतीय उत्पादों को ही प्राथमिकता दे रहे हैं और बाजारों में भी उन्हीं की डिमांड ज्यादा है। हनुमान चौक में पिछले कई सालों से होली का सामान बेचने वाले दुकानदार राजेश गुलाटी बताते हैं कि मेक इन इंडिया उत्पादों में रंग-गुलाल, पिचकारी की बात करें तो इनकी बिक्री में 30 से 35 प्रतिशत की तेजी आई है।

होली का बजट हुआ महंगा

होली के पर्व पर पिछले साल तक बाजारों में सस्ते दामों में चाइनीज उत्पाद आसानी से उपलब्ध हो जाते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है, न तो उत्पाद आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं और न ही लोगों का रुझान इन उत्पादों की ओर है। लोगों का रुझान देशी उत्पादों की ओर होने की वजह से इनके दामों में भी 35 से 50 फीसद तक उछाल आया है। जिससे होली का बजट भी महंगा हो गया है। पिछले साल 30 से 40 रुपये में बिकने वाले बड़े गुब्बारे का पैकेट अब 80 से 100 रुपये में बिक रहा है। 50 से 60 रुपये में बिकने वाली पिचकारी की कीमत अब 150 से 200 रुपये तक है। पलटन बाजार के व्यापारी सुमित ने बताया कि बाजार में भारतीय उत्पाद की मांग में तेजी आई है। चीन के उत्पाद बाजार में ना के बराबर हैं।

मास्क पहनकर कर रहे खरीदारी

होली की तैयारी को लेकर इन दिनों बाजार में काफी भीड़ है। रंग, पिचकारी से लेकर खाने पीने के सामान की खरीदारी हो रही है। लेकिन, इस बार सबसे अलग यह है कि कोरोना वायरस के भय से अधिकांश ग्राहक मास्क पहनकर ही सामान खरीदने बाजार पहुंच रहे हैं। फिर चाहे मिठाई की दुकान पर हो या पिचकारी व रंगों की दुकान पर। सभी जगह मास्क पहने ग्राहक नजर आ रहे हैं।

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एक नजर दाम पर

  • उत्पाद-------------------------दाम रुपये में
  • देसी पिचकारी-----------------50 से 400
  • बड़े गुब्बारे---------------------80 से 100 (प्रति पैकेट)
  • कार्टून गन----------------------30 से 500
  • मिनी गुब्बारे-------------------10 से 150 (प्रति पैकेट)
  • रंगीन हेयर झालर-------------50 (प्रति पीस)
  • सिल्क, गोल्ड रंग-------------20 से 30 (प्रति पैकेट)
  • हैप्पी होली कैप---------------10 से 15
  • स्प्रे कलर-----------------------50 से 150
  • (नोट: यह दाम पलटन बाजार व हनुमान चौक की दुकानों से लिए गए हैं)

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