'हेरिटेज स्ट्रीट' में पहाड़ी संस्कृति से परिचित होंगे सैलानी, उत्तराखंड में संवारे जाएंगे पुराने-पारंपरिक बाजार
उत्तराखंड के 13 जिलों के पुराने बाजार अब पहाड़ी शैली में विकसित होंगे। मुख्यमंत्री धामी की घोषणा के बाद पर्यटन विभाग ने हेरिटेज स्ट्रीट योजना शुरू की है। प्रथम चरण में हर जिले से एक या दो बाजार चुने जाएंगे। इस योजना से पर्यटकों को नया अनुभव मिलेगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। बाजारों में तिबारी और डंडयाली जैसी पारंपरिक शैलियां भी शामिल होंगी।

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। मध्य हिमालयी राज्य उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में स्थित पुराने और पारंपरिक बाजार अब हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में विकसित होंगे। इन्हें पहाड़ी शैली के अनुरूप संवारा जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के क्रम में पर्यटन विभाग इस योजना को धरातल पर मूर्त रूप देने जा रहा है। प्रथम चरण में प्रत्येक जिले में एक या दो बाजार विकसित किए जाएंगे और फिर अन्य बाजारों की ओर रुख किया जाएगा।
इनकी संख्या 50 से अधिक हो सकती है। इस सिलसिले में कार्यदायी संस्थाएं भी नामित कर दी गई हैं। सरकार की इस पहल से जहां सैलानियों को नये अनुभव का अहसास होगा, वहीं स्थानीय उत्पादों की बिक्री होने से स्थानीय निवासियों के लिए आजीविका के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
उत्तराखंड में स्थित तमाम बाजार अपनी विशिष्टता के लिए पहचान रखते हैं। फिर चाहे वह अल्मोड़ा का पटाल बाजार हो या पौड़ी की माल रोड अथवा नरेंद्र नगर का राजाकी बाजार, सभी का अपना-अपना इतिहास है और ये अपनी विशिष्ट शैली के लिए जाने जाते हैं।
बावजूद इसके बदलते वक्त की मार से ये भी अछूते नहीं हैं। इस सबको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व में घोषणा की थी कि राज्य में जितने भी ऐसे बाजार हैं, उन्हें पहाड़ी शैली में विकसित किया जाएगा। अब पर्यटन विभाग ने इस दिशा में कदम उठाते हुए हेरिटेज स्ट्रीट योजना शुरू की है।
तिबारी, डंडयाली के बारे में जान सकेंगे पर्यटक
हेरिटेज स्ट्रीट में शामिल बाजारों को पहाड़ी शैली में विकसित किया जाएगा। वहां सभी दुकानें एक रूप-रंग में होंगी। साथ ही तिबारी, डंडयाली जैसी पारंपरिक शैली को भी जीवंत किया जाएगा। इसके साथ ही बिजली की लाइनें भूमिगत की जाएंगी तो जगह-जगह पेयजल लाइनों पर हाईड्रेंट भी लगाए जाएंगे।
साथ ही सेल्फी प्वाइंट भी बनाए जाएंगे। इससे संबंधित बाजार में आने वाले सैलानी पहाड़ी संस्कृति से परिचित होंगे ही, वे नये अनुभव का अहसास करेंगे। हेरिटेज स्ट्रीट संवारने के लिए तीन कार्यदायी संस्थाएं नामित कर दी गई हैं। प्रथम चरण में इनमें पांच-पांच करोड़ रुपये की लागत से काम होंगे।
आजीविका के बढ़ेंगे अवसर
हेरिटेज स्ट्रीट में हैंडीक्राप्ट, हैंडलूम के साथ ही अन्य स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध होगा। पर्यटकों की आवाजाही से स्थानीय उत्पादों की बिक्री बढ़ने पर स्थानीय निवासियों के लिए आजीविका के नये अवसर भी बढ़ेंगे।
इनके लिए कार्यदायी संस्थाएं नामित
- बाजार, कार्यदायी संस्था
- माल रोड व अपर बाजार (पौड़ी), लोनिवि
- राजा की बाजार (नरेंद्र नगर), ब्रिडकुल
- बड़ा बाजार व बोट हाउस स्टैंड (नैनीताल), केएमवीएन
- पटाल बाजार (अल्मोड़ा), लोनिवि
मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में यह योजना लाई गई है। इसमें पुराने व पारंपरिक बाजारों को पहाड़ी शैली में विकसित किया जाएगा। जल्द ही इनमें कार्य भी शुरू होगा।- धीराज गर्ब्याल, सचिव पर्यटन
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।