Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्‍तराखंड : केदारनाथ में हेलीपैड का विस्तार कर बनेगा हेलीपोर्ट, यात्री सुविधाओं का भी किया जाएगा विस्तार

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Fri, 13 May 2022 06:45 AM (IST)

    प्रदेश सरकार अब केदारनाथ धाम में बने हेलीपैड का विस्तार करने जा रही है। अब यहां हेलीपोर्ट बनाने की योजना है। इसका मकसद केदारनाथ धाम में हेली सेवा को सुरक्षित बनाने के साथ ही यात्री सुविधाओं को भी बढ़ाना है।

    Hero Image
    केदारनाथ में जल्द ही हेली सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।

    विकास गुसाईं, देहरादून। केदारनाथ में जल्द ही हेली सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) यहां हेलीपैड के स्थान पर हेलीपोर्ट विकसित करने की दिशा में कदम उठा रहा है। इस कड़ी में केदारनाथ हेलीपैड को एक मिनी एयरपोर्ट के तौर पर विकसित किया जाएगा, जिसमें यात्री सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    केदारनाथ धाम में हर साल यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में यात्री हेलीकाप्टर के जरिये बाबा केदार के दर्शन को जाते हैं। ये हेली सेवाएं देहरादून के अलावा रुद्रप्रयाग जिले के सोनप्रयाग, फाटा, सिरसी, नारायणकोटी व सोनप्रयाग से संचालित होते हैं।

    यात्रा के दौरान प्रतिदिन 30 प्रतिशत यात्री हेली सेवाओं के जरिये केदारनाथ धाम के दर्शन करते हैं। ये हेली सेवाएं यूकाडा की आय का भी एक बड़ा जरिया है। अभी हेलीपैड में एक समय में तीन हेलीकाप्टर एक साथ उतर सकते हैं। इनके बीच में समय का थोड़ा अंतर रखा जाता है।

    ये हेलीकाप्टर केदारनाथ आने वाले यात्रियों को उतार कर दर्शन कर लौटने वाले यात्रियों को लेकर वापस उड़ जाते हैं। हेलीपैड के पास यात्रियों के विश्राम को कुछ कमरे जरूर बने हैं, लेकिन इनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है।

    अब केदारपुरी नए रूप में निखर रही है, तो ऐसे में यूकाडा केदारनाथ में स्थित हेलीपैड को विस्तार देते हुए इसे हेलीपोर्ट के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए हेलीपैड को और अधिक विस्तार दिया जाएगा ताकि यहां एक समय में तीन से अधिक हेलीकाप्टर उतर सकें।

    इसके साथ ही हेलीपैड के निकट यात्रियों के लिए एक विश्राम स्थल (लाउंज) बनाया जाएगा। इसमें रूम हीटर लगाए जाएंगे, ताकि यहां चलने वाली शीत लहर से उन्हें आराम मिल सके। इसके साथ ही यहां अन्य यात्री सुविधाएं, जैसे शौचालय व कैफे भी बनाया जाएगा।

    सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि केंद्र की सैद्धांतिक सहमति के बाद इसके लिए डीपीआर बनाने का कार्य शुरू किया जा रहा है। इसे स्वीकृति के लिए केंद्र को भेजा जाएगा। इसके बाद हेलीपोर्ट बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।