भारी पड़ रहे मौसम के तेवर, कुमाऊं के लिए अगले 36 घंटे संवेदनशील
मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम राहत नहीं देने वाला है। प्रदेश में अलर्ट जारी है और अगले 24 घंटे में भारी बारिश के आसार हैं, विशेषकर कुमाऊं में।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में बारिश से बंद हुई 50 सड़कों पर यातायात बहाल कर दिया गया है। वहीं 140 से ज्यादा मार्गों पर मलबा हटाने का कार्य जारी है। इस बीच दुश्वारियों का दौर भी जारी है। कैलास-मानसरोवर यात्रा दसवां दल आज भी गुंजी के लिए उड़ान नहीं भर सका। वहीं यात्रा पूरी कर लौटे सातवें दल के 57 सदस्य गुंजी में मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार कुमाऊं के लिए अगले 36 घंटे संवेदनशील हैं। इस दौरान इलाके में भारी से भारी बारिश के आसार बन रहे हैं, जबकि गढ़वाल मंडल में कही-कहीं तेज बारिश हो सकती है।
मंगलवार को दोपहर बाद देहरादून में एकाएक आसमान में काले बादल छा गए। कहीं-कही तेज बौछारें भी पड़ीं। दून के विकासनगर और मसूरी क्षेत्र में भी बारिश का दौर जारी है। इसके अलावा चार धाम यात्रा मार्गों पर भी मलबा आने से यातायात बाधित होता रहा। यमुनोत्री राष्ट्रीय रााजमार्ग प्रमुख पड़ाव बड़कोट के निकट डाबरकोट में बंद है। यहां 21 जुलाई से लगातार पहाड़ी दरक रही है।
भू-वैज्ञानिकों के अनुसार जब तक पहाड़ी से मलबा गिरना बंद नहीं होता तब तक ट्रीटमेंट संभव नहीं है। केदारनाथ हाईवे पर भी कई जगह मलबा आने से यातायात बाधित रहा, वहीं बदरीनाथ के पास लामबगड़ में हाईवे दोपहर बाद खोला जा सका। हालांकि इस बीच गंगोत्री हाईवे सुचारु रहा।
गंगा चेतावनी रेखा के पास बह रही
ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। यहां गंगा चेतावनी रेखा के पास बह रही है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम राहत नहीं देने वाला है। प्रदेश में अलर्ट जारी है और अगले 24 घंटे में भारी बारिश के आसार हैं, विशेषकर कुमाऊं में। ऐसे में शासन ने पर्यटकों को उच्च हिमालयी क्षेत्रों की यात्रा न करने की सलाह दी है।
गढ़वाल और कुमाऊं में नदियां उफान पर
गढ़वाल और कुमाऊं में नदियां उफान पर हैं। मंदाकिनी, नंदाकिनी, पिंडर, भागीरथी और कुमाऊं में गोरी, काली, सरयू और शारदा के जलस्तर को देखते हुए नदी किनारे रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। कैलास-मानसरोवर यात्रा पर भी खराब मौसम का असर पड़ रहा है। देहरादून में राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार को गढ़वाल मंडल में भारी और कुमाऊं में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि मौसम का यह मिजाज अगले पांच दिन ऐसे ही बना रहेगा। सलाह दी कि नदी किनारे रहने वाले लोग विशेष सतर्कता बरतें।
गुरुड़चट्टी में अस्थाई पुल तैयार
मंदाकिनी के उफान से खतरे में पड़े गुरुड़चट्टी पुल के स्थान पर लोक निर्माण विभाग ने लकड़ी का नया पुल तैयार कर लिया है। अब गरुड़चट्टी से केदारनाथ आवाजाही संभव हो गई है। दरअसल गरुड़चट्टी केदारनाथ जाने वाले पुराने पैदल मार्ग पर एक प्रमुख पड़ाव था, लेकिन वर्ष 2013 की आपदा के बाद नया मार्ग अस्तित्व में आया तो यह पड़ाव वीरान हो गया। इन दिनों यहां केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे श्रमिक रह रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता भरत ङ्क्षसह कप्रवाण ने बताया कि पुल पर चार कुंतल भार आसानी से ले जाया जा सकता है, पुल की ऊंचाई काफी रखी गई है, मंदाकिनी नदी में पानी अधिक बढ़ने के बावजूद पुल को कोई खतरा नहीं होगा।
हल्द्वानी में बरसाती नाले में बहे बालक का शव मिला
बरसाती नाले में सोमवार शाम बहे 5 साल के बच्चे का शव घर से करीब 200 मीटर दूर नाले के किनारे झाड़ियों में फसा मिल गया है। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। वहीं शव मिलने से बिठौरिया गांव में मातम छा गया है।
बिठौरिया से होकर फतेहपुर जाने वाले बरसाती नाले के उफान पर आने से सोमवार शाम बिठौरिया नंबर दो निवासी दूध कारोबारी विपिन जोशी का 5 साल का बेटा कार्तिक बह गया था। देर रात तक ग्रामीण, पुलिस और दमकल की टीम अफसरों के साथ बच्चे को ढूंढती रही, लेकिन वह नहीं मिला। वहीं सुबह भोर होने के साथ ही नाले में पानी बंद होने पर ग्रामीणों और परिजनों ने तलाश फिर शुरू कर दी। करीब छह बजे ग्रामीणों को 200 मीटर दूर झाड़ियों में फस कार्तिक का शव मिल गया।
शव मिलते ही परिवार में कोहराम मचने के साथ ही गांव में मातम छा गया। मुखानी थानाध्यक्ष नंदन सिंह रावत ने बताया कि कार्तिक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस सर्च ऑपरेशन शुरू करने के लिए तैयारी शुरू कर ही रही थी। इसी दौरान कार्तिक का शव मिलने की खबर ग्रामीणों ने दी।
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