भारी बारिश की आशंका से उच्च हिमालयी क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक
उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। अगले 48 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका को देखते हुए शासन ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही रोकने को कहा है।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में अगले 48 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका को देखते हुए शासन ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही रोकने को कहा है। इसके साथ ही अलर्ट भी जारी किया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, मौसम विभाग ने अगले दो दिन पहाड़ में कहीं-कहीं अत्याधिक बारिश होने की संभावना जताई है। जिसे देखते हुए सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में इस दौरान पर्यटकों को न जाने दिया जाए।
साथ ही किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए जिला प्रशासन तत्परता दिखाते हुए पहाड़ में आवागमन पर नियंत्रण सुनिश्चित करें। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन रोकने के आदेश पर रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल और उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान ने कहा कि परिस्थितियों के अनुसार फैसला लिया जाएगा। जिला प्रशासन ने भारी बारिश के दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं। फिलहाल चार धाम यात्रा जारी रहेगी।
उधर, राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, आने वाले दो दिनों के दौरान विशेषकर कुमाऊं क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसलिए इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है।
बारिश का दौर जारी, बार-बार बंद हो रही हैं सड़कें
गढ़वाल और कुमाऊं के अधिकांश स्थानों पर बारिश का सिलसिला जारी है। गढ़वाल में चमोली में सुबह जोरदार बारिश हुई, वहीं, कुमाऊं के अधिकांश जिलों में बारिश का दौर जारी है। हल्द्वानी में जलभराव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है।
चारधाम यात्रा मार्गों के खुलने और बंद होने का सिलसिला भी जारी है। बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ और बाजपुर में भूस्खलन से सुबह बंद रहा, जिसे बाद में खोल दिया गया। वहीं, गंगोत्री हाईवे धरासू के पास बंद था, जिसे सुबह खोल दिया गया। डाबरकोट के पास 21 जुलाई से भूस्खलन से बंद हुआ यमुनोत्री हाईवे अभी तक नहीं खोला जा सका।
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