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    उत्तराखंड में बारिश से रास्ते बंद: दिल्ली रूट पर वॉल्वो कम और लाखों रुपये का घाटा, घट गई यात्रियाें की संख्या

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 10:07 AM (IST)

    देहरादून में भारी बारिश के चलते रास्ते बंद होने से परिवहन निगम की बसों में यात्रियों की संख्या घट गई है। पहाड़ी और मैदानी मार्गों पर 50 प्रतिशत तक यात्री कम हुए हैं जिससे निगम को प्रतिदिन लाखों का नुकसान हो रहा है। दिल्ली रूट पर वॉल्वो बसें भी कम चल रही हैं और निजी बसों में भी यात्री कम हो गए हैं।

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    उत्तराखंड परिवहन निगम की बस का फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। दून समेत प्रदेश के अन्य जनपदों में भारी बारिश के कारण आई आपदा के चलते लोग यात्रा करने से फिलहाल किनारा कर रहे हैं। दरअसल, मार्ग भी जगह-जगह अवरुद्ध हैं। ऐसे में लोग अपने शहर में रहना ही उचित मान रहे।

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    इस कारण उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में भी यात्रियों की संख्या आधी रह गई है। पर्वतीय मार्गों के साथ ही मैदानी मार्गों पर भी बसों में 50 प्रतिशत यात्री घट गए हैं। परिवहन निगम के महाप्रबंधक संचालन पवन मेहरा ने बताया कि वोल्वो में 15 यात्री से कम होने पर बस न भेजने का निर्णय पूर्व में लिया जा चुका है, लेकिन अब साधारण बसों को भी यात्रियों की संख्या के अनुसार संचालित किया जाएगा।

    जगह-जगह मार्ग अवरुद्ध होने के कारण परिवहन निगम की बसों का संचालन प्रभावित

    भारी बारिश और मार्ग अवरुद्ध होने के कारण मसूरी मार्ग तक बसों के लिए बंद चल रहा है। पर्वतीय डिपो की ही प्रतिदिन देहरादून से मसूरी जाने वाली 25 बसों के पहिये मंगलवार से जाम हैं। वाया मसूरी होकर जाने वाली पुरोला, बड़कोट व हनोल की बसों को विकासनगर होते हुए संचालित किया जा रहा। जिसमें दूरी के साथ समय और किराया भी अधिक लग रहा।

    अन्य मार्गों पर जो बसें संचालित हो रहीं, उनमें भी यात्रियों की संख्या कम हो गई है। स्थिति यह है कि सर्वाधिक आय वाले दिल्ली मार्ग पर भी बसें खाली दौड़ रही हैं। ऐसे में बसों के फेरों में कटौती करनी पड़ रही है। साधारण बसों के अतिरिक्त दिल्ली मार्ग पर वॉल्वो की संख्या भी कम कर दी गई है।

    15 वॉल्वों बस का संचालन

    डिपो अधिकारियों के अनुसार दिल्ली मार्ग पर 23 में से 14 या 15 वॉल्वो बसों का ही संचालन हो पा रहा है। इस वजह से परिवहन निगम को रोजाना 40 से 50 लाख रुपये तक का नुकसान हो रहा है। परिवहन निगम की इन दिनों करीब पौने दो करोड़ रुपये आय होती थी, जो घटकर सवा करोड़ रह गई है। जिससे निगम का पहले से चला आ रहा आर्थिक संकट और बढ़ गया है। कर्मचारियों को जैसे-तैसे जुलाई का वेतन दिया गया था, लेकिन सितंबर आधे से अधिक बीतने के बावजूद अगस्त का वेतन नहीं मिला है।

    विश्वनाथ सेवा की बसों में भी घटे यात्री

    देहरादून में परेड ग्राउंड से उत्तरकाशी व टिहरी आदि के लिए संचालित होने वाली निजी विश्वनाथ सेवा की बसों में भी यात्रियों की संख्या घट गई है। विभिन्न जगह सड़कें बंद होने से बसों का संचालन भी कम हो गया है। जिस वजह से बस ऑपरेटर से लेकर चालक-परिचालक तक परेशान हैं।