उत्तराखंड में छाया हरियाली व समृद्धि के प्रतीक लोकपर्व Harela का उल्लास, धरा को हरा बनाने का किया प्रयास
Harela 2023 उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला प्रदेशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सोमवार को दूसरे दिन भी दून में चारों ओर हरेला का उल्लास दिखा। सरकारी-गैर सरकारी संस्थाओं के साथ ही कालोनियों में भी पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। रविवार को सामाजिक संस्था धाद के सदस्यों ने गांधी पार्क से घंटाघर होते हुए कनाट पैलेस तक रैली निकाली।

जागरण संवाददाता, देहरादून: Harela 2023: हरियाली, शांति, समृद्धि का प्रतीक लोकपर्व हरेला आज मनाया जा रहा है। आज घर-घर में हरेला पूजन किया गया और उसके बाद पौधे रोपे गए। यह पर्व खासकर कुमाऊं में मनाया जाता है। राज्यभर में फलदार, छायादार व औषधीय पौधे रोपे गए।
उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला प्रदेशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सोमवार को दूसरे दिन भी दून में चारों ओर हरेला का उल्लास दिखा। सरकारी-गैर सरकारी संस्थाओं के साथ ही कालोनियों में भी पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इसमें स्कूली छात्र-छात्राओं ने भी बढ़चढ़ कर प्रतिभाग किया। दूनवासियों ने पौधे रोपने के बाद कम से कम एक साल तक उनकी देखरेख करने का भी संकल्प लिया।
हरेला पर्व पर वन विभाग प्रमुखता से पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। सोमवार को देहरादून वन प्रभाग की झाझरा रेंज की ओर से दून संस्कृत विद्यालय झाझरा के प्रांगण में हरेला के अंतर्गत पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तराखंड वन विभाग के विभागाध्यक्ष पीसीसीएफ अनूप मलिक ने की गई।
इस दौरान विद्यालय में पढ़ रहे पूर्वोत्तर आदिवासी क्षेत्र के 180 से अधिक छात्रों ने पौधे रोपे और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कैंट विधायक सविता कपूर व वन विभाग के पूर्व पीसीसीएफ जयराज, साधना जयराज, मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल नरेश कुमार, वन संरक्षक शिवालिक वृत्त राजीव धीमान, प्रभागीय वन अधिकारी देहरादून नितीश मणि त्रिपाठी, प्रभागीय वन अधिकारी चकराता कल्याणी, प्रभागीय वन अधिकारी कालसी अमरेश कुमार आदि उपस्थित रहे।
इधर नगर निगम की ओर से भी हरेला मनाया गया। नगर आयुक्त मनुज गोयल ने अपर नगर आयुक्त जगदीश लाल, उपनगर आयुक्त रोहिताश शर्मा आदि अधिकारी-कर्मचारियों के साथ सामूहिक रूप से पौधारोपण किया। इस अवसर पर नगर आयुक्त मनुज गोयल ने कहा कि पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल भी करनी चाहिए और उस पौधे के एक वृक्ष बनने का साक्षी होने का प्रयास करना चाहिए।
पारंपरिक गीतों पर झूमीं गीता धामी
संस्कृति विभाग की ओर से हरेला पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंडी संस्कृति के रंग बिखरे। कलाकारों ने नृत्य व गायन कर सभी को मंत्रमुग्ध किया। गढ़ी कैंट के नींबूवाला स्थित हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र परिसर में पारंपरिक परिधानों में पहुंची महिलाओं ने हरेला का पूजन कर मंगल गीतों से कार्यक्रम की शुरूआत की। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी ने संस्कृति व विरासत से जुड़े रहने के लिए हरेला की महत्ता बताई। कहा कि उत्तराखंड का पारंपरिक पर्व हमारी अमूल्य विरासत है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी एक-एक पौधा जरूर लगाएं। संस्कृति विभाग की निदेशक बीना भट्ट ने कहा कि संस्कृति सिर्फ विभाग की नहीं हर एक की जिम्मेदारी है। इसी को बनाए रखना है। कुमाऊं के कलाकारों ने झौड़ा व गढ़वाल से आए सांस्कृतिक दल ने झुमैलो नृत्य, जबकि जौनसार के दल द्वारा महासू देवता के गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इस मौके पर कैबिनेट गणेश जोशी की पत्नी निर्मला जोशी, विभाग के सचिव हरि चंद्र सेमवाल, अखिल गढ़वाल सभा, कूर्मांचल सांस्कृतिक एव कल्याण परिषद के सदस्यों के अलावा काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
विधायक ने स्कूल में मनाया हरेला
श्री गुरु नानक पब्लिक (बालक) इंटर कालेज चुक्खूवाला में अल्पसंख्यक कल्याण आयोग की ओर से हरेला मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित पौधरोपण में राजपुर रोड विधायक खजान दास ने भी प्रतिभाग किया। विधायक ने अमरूद व आम का पौधा रोपा। विधायक ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हर व्यक्ति को वर्ष में कम से कम एक बार पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का संकल्प लेना चाहिए। आयोग के अध्यक्ष डा. आरके जैन, सचिव जेएस रावत ने भी पौधे रोपे।
आशीर्वाद एनक्लेव सोसाइटी ने बच्चों के साथ मनाया हरेला पर्व
नगर निगम के वार्ड-37 वसंत विहार के अंतर्गत आशीर्वाद एनक्लेव वेलफेयर सोसायटी ने क्षेत्र की प्रत्येक गली में हरेला पर्व के उपलक्ष्य में पौधा रोपण किया। सोसाइटी के पदाधिकारी क्षेत्रीय पार्षद अंकित अग्रवाल के साथ पिछले एक महीने से इस कार्यक्रम की तैयारी मे जुटे थे। जिसके तहत सभी निवासियों के सहयोग से पौधे लिए गए। कार्यक्रम में कैंट विधायक सविता कपूर मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित रहीं। पर्यावरणविद् असित कुमार, सोसाइटी अध्यक्ष चंद्रमोहन राणा, सचिव संदीप सिंघल, पूनम गुप्ता, बीबी शर्मा, आरके लवानिया आदि ने भी पौधे लगाए।
पेयजल निगम के अधिकारियों ने रोपे पौधे
पेयजल निगम ने भी पौधे रोपकर हरेला मनाया। ग्राम गलज्वाड़ी के पास संतला देवी क्षेत्र में नून नदी के तट पर प्रबंध निदेशक एससी पंत ने पौधरोपण कर क्षेत्रवासियों को जागरूक किया। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता अनुज कौशिक, मीसा सिन्हा, अधिशासी अभियंता हेम जोशी, राजेश गुप्ता, भारती रावत के साथ ही जनप्रतिनिध दीपक पुंडीर, प्रेम सिंह पंवार, शोभित पुंडीर, विनोद थापा, रणजीत सिंह आदि ने भी पौधरोपण किया।
पिटकुल और ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने मनाया हरेला
पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने कार्मिकों के साथ लोक पर्व हरेला के अवसर पर पौधरोपण किया। 132 केवी उपकेंद्र बिंदाल परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को लेकर संकल्प लिया गया। प्रबंध निदेशक ने सभी कार्मिकों से अपने घरों व आसपास पौधे लगाने का अनुरोध किया। उधर, बल्लीवाला चौक के निकट स्थित ऊर्जा भवन परिसर में भी ऊर्जा निगम की ओर से वृहद पौधरोपण किया गया। प्रबंध निदेशक अनिल कुमार के निर्देश पर कार्मिकों ने पौधे रोपे और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
धाद ने शुरू किया हरेलावन अभियान
धाद सामाजिक संस्था ने हरेला अभियान के अंतर्गत सोमवार को 100 फूलों के पौधों के साथ पुष्पवन की नींव रखी। मालदेवता स्थित स्मृतिवन प्रवेश मार्ग पर क्षेत्रवासियों के साथ नीलमोहर, बोटल ब्रश और अमलतास के पौधे रोपे। शांति बिंजोला, सुनीता बहुगुणा, नीलिमा धूलिया के पारंपरिक ढोल-दमाऊ के साथ पौध रोपण किया। हरेला वन का परिचय देते हुए धाद के सचिव तन्मय ममगाईं ने कहा कि आज पौधे लगाने से बड़ा सवाल उन्हें बचाने का है और इसकी संस्कृति विकसित करने के लिए समाज को साथ लेकर धाद ने हरेला वन की अवधारणा को धरातल पर उतारने का अभियान शुरू किया है।
छात्रों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रोपे पौधे
द एशियन स्कूल में पहली से पांचवीं के छात्र-छात्राओं ने परिसर में पौधारोपण किया। प्रधानाचार्य रुचि प्रधान दत्ता ने छात्रों को हरियाली का महत्व बताया। इस मौके पर डीन आफ एक्टिविटी श्वेता माटा आदि मौजूद रहे।
हर्रावाला स्थित किडजी स्कूल में पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे बच्चों ने शिक्षकों व अभिभावकों के साथ पौधारोपण किया। इसके अलावा मातृसेवा चैरिटेबल ट्रस्ट ने अखिल भारतीय महिला आश्रम लक्ष्मण चौक, इंदिरा नगर व हरिपुर कांवली, गोर्खाली सुधार सभा ने सभा परिसर, मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन ने राजेंद्र पार्क, छात्रों ने नवोदय विद्यालय, अनारवाला स्थित भद्रकाली मंदिर परिसर में चल रहे शिवपुराण के बीच में श्रद्धालुओं ने परिसर में पौधे रोपे।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने किया पौधरोपण
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व नेता प्रतिपक्ष व चकराता के विधायक प्रीतम सिंह ने किशनपुर चौक स्थित आत्माराम धर्मशाला परिसर में पौधरोपण किया। इस मौके पर पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा,पार्षद कोमल बोरा आदि मौजूद रहे। महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने पंचायती राज मंदिर में पूजा-अर्चना कर हरेला मनाया। पूर्व विधायक राजकुमार ने बस्तियों में हरेला पर्व मनाया।
शैक्षणिक संस्थानों में भी हरेला का उल्लास
दून विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विवि के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह, डीएवी कालेज के प्राचार्य डा. केआर जैन, डीबीएस पीजी कालेज के प्राचार्य डा. वीपी पांडेय, श्री गुरुराम राय पीजी कालेज के प्राचार्य डा. प्रदीप कुमार ने अपने संस्थानों में पौधा लगाकर हरेला पर्व मनाया। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संजीवनी संस्था के सहयाेग से शिक्षकों एवं प्राचार्य ने पौधरोपण किया। संजीवनी संस्था की अध्यक्ष मुख्य सचिव डा.एसएस संधु की पत्नी डा. हरलीन संधु ने संस्था की अन्य कार्यकर्ताओं के साथ पौधारोपण किया।
विज्ञान धाम में किया पौधरोपण
यूकास्ट के विज्ञान धाम परिसर झाझरा में पौधरोपण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे गए। यूकास्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने पेड़ों का वैज्ञानिक महत्व बताया। उन्होंने परिषद के प्रत्येक कर्मचारी को रोपित किए एक-एक पौधे को अपनाने का आह्वान किया।
उत्तराखंड में सावन की शुरुआत हरेला त्योहार से होती है : धन सिंह
शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने सोमवार को श्री गुरु राम राय इंटर कालेज नेहरू ग्राम में सोमवार को पारंपरिक पर्व हरेला के अवसर पर विद्यालय परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम की शुरूआत की। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को शिक्षा मंत्री ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु के प्रारंभ के सांकेतिक पर्व के रूप में हरेला मनाया जाता है। स्कूल की प्रधानाचार्य प्रतिभा पाठक ने शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत को पौधा भेंट किया।
धन सिंह रावत ने छात्र यश गुप्ता को स्कालरशिप देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान की निदेशक वंदना गर्बयाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून प्रदीप रावत, जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र रावत, श्री गुरु राम राय दरबार साहिब के प्रबंधक प्रतिनिधि चंद्रमोहन सिंह दयाल आदि मौजूद रहे।
हरेला हमारी समृद्ध संस्कृति का परिचायक
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से हरेला पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। गोष्ठी में कुमाउनी भाषा व संस्कृति की विशेषज्ञ कमला ने पर्वतीय खेती-बाड़ी और स्थानीय पर्यावरण पृष्ठभूमि में हरेला पर्व के औचित्य व उसकी प्रासंगिकता को विस्तार से रेखांकित किया। साहित्यकार व लोक संस्कृतिविद डा. नंदकिशोर हटवाल ने हरेला पर्व के सामाजिक व सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। विचार गोष्ठी में इतिहासकार डा. योगेश धस्माना ने हिमालय के परिवेश में हरेला पर्व को केंद्रित करते हुए उसके पर्यावरण के अलावा घर-परिवार और गांव समाज में सामूहिक मान्यता और उसकी उपादेयता पर सार्थक जानकारी प्रदान की।
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