नवरात्र के पहले दो दिन देहरादून में धनवर्षा, 45 प्रतिशत तक बढ़ा खरीदारी का ग्राफ; बाजार में रौनक
हल्द्वानी देहरादून में जीएसटी दरों में कटौती का असर दिख रहा है। नवरात्र के पहले दो दिनों में ही 300 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ। जीएसटी में बदलावों के कारण वस्तुओं के दाम कम हुए हैं जिससे ग्राहकों की क्रय शक्ति बढ़ी है। व्यापारियों को भी इस त्योहारी सीजन में अच्छे मुनाफे की उम्मीद है। इस बार दीपावली तक बाजार का टर्नओवर 6000 करोड़ तक पहुंच सकता है।

सुमन सेमवाल, जागरण देहरादून। माल और सेवा कर (जीएसटी) में 12 और 28 प्रतिशत के टैक्स स्लैब को समाप्त करने, ज्यादातर वस्तुओं को महज पांच प्रतिशत के दायरे में रखने और तमाम वस्तुओं को कर मुक्त करने का असर देहरादून के बाजार पर भी साफ नजर आ रहा है।
नवरात्र के पहले दिन से लागू हुईं जीएसटी की संशोधित दरों का लोगों ने जोश के साथ स्वागत किया। श्राद्ध पक्ष में खरीदारी पर विराम और नवरात्र में नई वस्तुओं की खरीद की मान्यता ने जीएसटी की नई दरों को अतिरिक्त समर्थन दिया। जिस कारण नवरात्र के दो दिन में ही सभी तरह की खरीदारी का आंकड़ा 300 करोड़ रुपये को पार कर गया।
देहरादून में आमतौर पर दैनिक खरीदारी का आंकड़ा 113 करोड़ रुपये के आसपास रहता है। जीएसटी में तमाम वस्तुओं के कर की दरें कम हो जाने से खरीदारी का स्वस्फूर्त माहौल बन गया। जिस कारण पहले ही दिन 164 करोड़ रुपये (45 फीसदी) से अधिक की खरीदारी की गई। दूसरे दिन भी आंकड़ा इसी के आसपास रहा।
राज्य कर विभाग के अधिकारियों के अनुसार देहरादून से जीएसटी के रूप में (सभी श्रेणी में) प्रतिमाह करीब 400 करोड़ रुपये का कर प्राप्त होता रहा है। पूर्व के विभिन्न टैक्स स्लैब का औसत करीब 12 प्रतिशत माना जाए तो यह 3400 करोड़ के कारोबार (टर्नओवर) को दर्शाता है। यानी एक दिन का कारोबार करीब 113 करोड़ रुपये है।
अब जीएसटी दरों में संशोधन के साथ कारोबार या टर्नओवर तेजी से ऊपर चढ़ेगा। एक अनुमान के मुताबिक यह त्योहारी सीजन में 140 से 164 करोड़ के बीच रह सकता है। सामान्य दिनों में भी इसमें पहले से कहीं अधिक उछाल नजर आ सकता है।
बेशक कर की दरों में कमी आई है, जिससे राजस्व का ग्राफ कम होता नजर आ सकता है। हालांकि, जिस तेजी से खरीदारी का ग्राफ ऊपर जा रहा है, उससे कारोबार को भी नया बूम मिलता दिख रहा है। यदि लोगों की क्रय शक्ति इसी के अनुरूप रहती है तो कर की दरों में कटौती के बाद भी यह या तो स्थिर रहेगा या इसमें बढ़ोतरी भी संभव है।
6000 करोड़ का आंकड़ा छू सकता है दून
आमतौर पर देहरादून में कारोबार का मासिक आंकड़ा 3400 करोड़ रुपये के आसपास माना जाता है। त्योहारी सीजन में यह 4500 करोड़ को पार कर जाता है। हालांकि, इस बार उम्मीद की जा रही है कि जीएसटी सुधारों के बीच नवरात्र से खरीदारी ने जो रफ्तार पकड़ी है, वह रिकार्ड कायम कर सकती है। बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार आश्चर्य नहीं होगा, यदि दीपावली तक बाजार का टर्नओवर 6000 करोड़ तक पहुंच जाए।
यह बाजार में साफ तौर पर नजर आ रहा है कि वस्तुओं के दाम में कमी आने से नागरिकों की क्रय शक्ति बढ़ी है और वह खुलकर खर्च भी कर रहे हैं। त्योहारी सीजन में बाजार में रिकार्ड उछाल देखने को मिलेगा। - अनुराग मिश्रा, संयुक्त आयुक्त, देहरादून (राज्य कर विभाग)
जीएसटी सुधारों ने बाजार को नई ताकत दी है। यह ताकत नागरिकों की जेब पर बोझ कम होने के रूप में सामने आई है। यदि जेब का बोझ कम होगा तो कहीं न कहीं उससे बाजार में खरीदारी के अतिरिक्त अवसर ही पैदा होंगे। - राकेश भाटिया, प्रदेश अध्यक्ष (इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन)
कर सुधार और त्योहारी सीजन साथ मे आने से बाजार को दोहरा फायदा मिला है। वस्तुओं के दाम कम होने का सीधा असर बाजार पर नजर आएगा। इस बार का त्योहारी सीजन बिक्री के नए रिकार्ड कायम करता दिख रहा है। हालांकि, कर राजस्व में होने वाली संभावित 1400 करोड़ रुपये की कमी पूरी करने के लिए उत्तराखंड को अतिरिक्त प्रयास करने होंगे। - पंकज गुप्ता, अध्यक्ष (इंडस्ट्रीज एसोसिएशन आफ उत्तराखंड)
इस बार की दीपावली ग्राहकों के साथ ही कारोबारियों के लिए भी सबसे अच्छी होती दिख रही है। जहां नागरिक वस्तुओं के दाम कम होने से अतिरिक्त खरीदारी कर पाएंगे, वहीं कारोबारियों का मुनाफा भी ऊपर चढ़ेगा। - पंकज मैसोन, अध्यक्ष (दून वैली महानगर व्यापार मंडल)
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