एयर एंबुलेंस के लिए सरकार जारी करेगी टोल फ्री नंबर, पढ़िए पूरी खबर
सीएम के नागरिक उड्डयन सलाहकार कैप्टन दीप श्रीवास्तव ने कहा कि एम्स ऋषिकेश से शुरू हुई एयर एंबुलेंस सेवा की सुविधा आमजन को देने को सरकार टोल फ्री नंबर जारी करेगी।
ऋषिकेश, जेएनएन। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नागरिक उड्डयन सलाहकार कैप्टन दीप श्रीवास्तव ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश से शुरू हुई एयर एंबुलेंस सेवा की सुविधा आमजन को देने के लिए राज्य सरकार जल्द एक टोल फ्री नंबर जारी करने जा रही है। इससे उत्तराखंड के सुदूरवर्ती इलाकों से गंभीर बीमार, आपदा या सड़क दुर्घटना में घायल को अविलंब एम्स पहुंचाने में मदद मिलेगी।
बुधवार को एम्स ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे कैप्टन दीप श्रीवास्तव ने कहा कि संस्थान में हेलीपैड बनने से सरकार प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र में रहने वाले गरीब पृष्ठभूमि के गंभीर मरीजों को एयर एंबुलेंस सेवा की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रही है। प्रयास है कि एयर एंबुलेंस सेवा का आर्थिक बोझ गरीब व्यक्ति पर न पड़े। लिहाजा सरकार इसे राज्य की ओर से संचालित स्वास्थ्य योजनाओं से जोड़ने पर भी विचार कर रही है।
बताया कि उत्तराखंड में फिलहाल 12 हेली कंपनियां सेवाएं दे रही हैं। सभी से एंबुलेंस सेवा के लिए वार्ता चल रही है। प्रदेश में हेली एंबुलेंस सेवा को बढ़ावा देने और प्रत्येक व्यक्ति को इससे जोड़ने के लिए जल्द टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा।
एयर एंबुलेंस से गंभीर मरीजों को मिलेगा तत्काल उपचार
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में बने एयर एंबुलेंस हेलीपैड का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलीपैड की सुविधा उपलब्ध होने से दूर-दराज के क्षेत्रों में आपदा के दौरान घायल हुए अथवा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को तत्काल हेली एंबुलेंस के जरिये एम्स पहुंचाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में समय-समय पर आने वाली प्राकृतिक आपदाओं के दौरान कई बार बड़ी संख्या में लोग घायल हो जाते हैं। ऐसे समय में उन्हें तत्काल एयर लिफ्ट किया जाना बेहद जरूरी है। एम्स का एयर बेस इसमें काफी हद तक मददगार साबित होगा। उन्होंने हेलीपैड की स्थापना के लिए संस्थान के निदेशक प्रो. रवि कांत की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां आपदा प्रबंधन मंत्रालय पृथक रूप से कार्य कर रहा है। जबकि, एम्स ऋषिकेश देश का पहला संस्थान है, जिसने अस्पताल परिसर में ही हेलीपैड की सुविधा उपलब्ध कराई है।