उत्तराखंड में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, पुलिसकर्मी सहित दो पर मुकदमा
देहरादून में एक पुलिसकर्मी और उसके साथी ने एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 15.21 लाख रुपये का चूना लगाया। पीड़ित ने बैंक से लोन लेकर पैसे दिए थे। नौकरी न लगने पर शिकायत की गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अंततः कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर पुलिसकर्मी व उसके परिचित ने एक व्यक्ति से 15.21 लाख रुपये की ठगी कर दी। आरोपितों ने तो शिकायतकर्ता के बेटे की नौकरी लगवाई और ना ही रकम वापस की।
पुलिस के पास साक्ष्यों के साथ शिकायत देने के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, अब कोर्ट के आदेश पर पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने पुलिसकर्मी सहित दो व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
एसीजेएम कोर्ट में दिए प्रार्थनापत्र में विनोद कुमार निवासी कुंज विहार कारगी चौक ने बताया कि वह शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। उनकी मुलाकात पुराने परिचित पुलिस के दारोगा मनोहर गुसांई निवासी केदारपुरम नेहरू कालोनी मूल निवासी पैठाणी के साथ वर्ष 2022 में हुई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि मनोहर गुसांई उसके बड़े पुत्र सुमित कुमार को सरकारी नौकरी में लगवाने का प्रलोभन दिया और अपने एक अन्य साथी धीरेंद्र चौहान निवासी सैनिक कालोनी, केहरी गांव, थाना प्रेमनगर से भी मुलाकात राजपुर रोड़ स्थित एक आफिस में करवाई।
विनोद कुमार ने बताया कि वह अपने पुत्र की नौकरी को लेकर बहुत परेशान थे, जिस कारण मनोहर सिंह गुसांई एवं धीरेंद्र चौहान का भरोसा कर लिया, क्योंकि मनोहर गुसांई खुद उत्तराखंड पुलिस में कार्यरत है और उनकी पुरानी जान पहचान का व्यक्ति भी था, जिस कारण से दोनों ने उनके पुत्र को अपने झांसे में ले लिया।
आरोप है कि मनोहर सिंह व धीरेंद्र चौहान ने वर्ष 2022 से वर्ष 2023 तक के मध्य में लगभग 15.21 लाख रुपये उनके पुत्र को सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर हड़प लिए। यह रकम उन्होंने बैंक से लोन लेकर दी थी। वह बैंक की किस्तें आज भी अदा करता आ रहा है। काफी समय बीत जाने के बाद भी उनके पुत्र की नौकरी नहीं लगवाई गयी तो आरोपितों से संपर्क साधा। दोनों आज-कल, आज-कल करके टाल-मटोल करते रहे।
शिकायतकर्ता ने बताया कि जब उन्होंने रकम वापस करने की बात कही तो आरोपित टाल मटोल करते रहे और रकम नहीं लौटाई। दोनों ने उनके बेटे को नौकरी के संबंध में कुछ सरकारी विभाग के फर्जी नियुक्त पत्र भी भेजे। इस संबंध में उन्होंने पटेलनगर कोतवाली व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को 03 जनवरी व 19 जुलाई को शिकायती प्रार्थना दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद उन्होंने कोर्ट के दरवाजा खटखटाया।
पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान अधिकारी ने बताया कि तहरीर के आधार पर दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रकरण की जांच करवाई जा रही है।
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