Move to Jagran APP

बस! दो दिन और गंगा में राफ्टिंग का रोमांच, पढ़िए पूरी खबर

गंगा की लहरों पर रोमांच के लिए अब सिर्फ दो दिन शेष रह गए हैं। 30 जून को मानसून काल के लिए राफ्टिंग का सफर थम जाएगा जो दोबारा एक सितंबर से शुरू होगा।

By Edited By: Published: Fri, 28 Jun 2019 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 28 Jun 2019 03:07 PM (IST)
बस! दो दिन और गंगा में राफ्टिंग का रोमांच, पढ़िए पूरी खबर

ऋषिकेश, दुर्गा नौटियाल। गंगा की लहरों पर रोमांच के लिए अब सिर्फ दो दिन शेष रह गए हैं। 30 जून को मानसून काल के लिए राफ्टिंग का सफर थम जाएगा, जो दोबारा एक सितंबर से शुरू होगा। राफ्टिंग के शौकीन व व्यवसायियों के लिए सुखद यह है कि इस बार वीकेंड के साथ ही राफ्टिंग सत्र का समापन हो रहा है।

loksabha election banner

गंगा के कौडिय़ाला-मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन में होने वाली रिवर राफ्टिंग विश्वभर में पहचान रखती है। यहां राफ्टिंग के लिए बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं। पिछले कुछ वर्षों से गंगा की लहरों पर रोमांच के इस साहसिक खेल ने विश्व पटल पर खासी पहचान बनाई। या यूं कहें कि ऋषिकेश क्षेत्र में सर्वाधिक पर्यटक राफ्टिंग की वजह से ही पहुंचते हैं। ग्रीष्मकालीन अवकाश में राफ्टिंग का रोमांच अपने चरम पर रहता है। मैदानी क्षेत्रों में गर्मी पडऩे के साथ लोग राहत के लिए राफ्टिंग को चुनते हैं। यही वजह है कि वीकेंड पर तीर्थनगरी पर्यटकों से पैक हो जाती है। मगर, अब राफ्टिंग का रोमांच महसूस करने के लिए सिर्फ दो दिन बाकी रह गए हैं।

मानसून काल में गंगा का जलस्तर बढऩे पर सुरक्षा की दृष्टि से दो माह के लिए राफ्टिंग को बंद कर दिया जाता है। राफ्टिंग का शौक रखने वालों और राफ्टिंग व्यवसायियों के लिए इस बार सुखद यह है कि आखिरी तीन दिन अवकाश के हैं। लिहाजा खासी तादाद में पर्यटकों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट ने बताया कि इसके बाद दो माह के लिए राफ्टिंग बंद हो जाएगी। इसके बाद एक जुलाई को गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति गंगा में शिवपुरी से मुनिकीरेती तक स्वच्छता अभियान चलाएगी।

मौसम की कृपा से पूरा हुआ सत्र

वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद पर्यटन विभाग ने राफ्टिंग समाप्ति का सत्र 30 जून के बजाय 15 जून कर दिया था। वर्ष 2014 व 15 में यह व्यवस्था जारी रही। राफ्टिंग व्यवसायियों की मांग के बाद पर्यटन विभाग ने 15 जून के पश्चात सशर्त 30 जून तक राफ्टिंग के लिए अनुमति जारी करने का निर्णय लिया। इसमें शर्त जोड़ी गई कि 15 जून के बाद जब भी गंगा का जलस्तर बढ़ेगा अथवा मानसून आएगा, राफ्टिंग रोक दी जाएगी। इस व्यवस्था के तहत दो वर्ष पूर्व 22 जून को ही राफ्टिंग बंद हो गई थी। बीते वर्ष मानसून विलंब से आया, जिससे 30 जून तक राफ्टिंग जारी रही। इस वर्ष भी ऐसी ही तस्वीर है और अभी तक गंगा का जलस्तर राफ्टिंग के लिहाज से खतरनाक नहीं बना है।

350 पर्यटकों को मुफ्त कराई राफ्टिंग

गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति ने फन एंड रन कार्यक्रम के तहत ब्रह्मपुरी से रामझूला तक 45 राफ्टों में 350 पर्यटकों को निश्शुल्क राफ्टिंग कराई। इस दौरान पर्यटकों को गंगा स्वच्छता का संदेश भी दिया गया। समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट ने बताया कि राफ्टिंग सत्र के समापन से पहले जीएमवीएन के आग्रह यह आयोजन किया गया।

यह भी पढ़ें: यहां अब मानसून के रहमोकरम पर है राफ्टिंग का रोमांच, जानिए

यह भी पढ़ें: यहां हर 15 दिन में रंग बदलती है घाटी, ये खूबसूरत नजारा नहीं मिलेगा कहीं और


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.