Move to Jagran APP

सुलगने लगे हैं गढ़वाल और कुमाऊं के जंगल, वन विभाग लाचार

उत्तराखंड में गर्मी बढ़ने के साथ ही गढ़वाल और कमाऊं के जंगल सुलगने लगे हैं। वहीं वन विभाग लाचार बना है। कारण कि जंगलों में आग बुझाना विभाग के लिए बड़ी चुनौती है।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 27 Apr 2018 08:58 AM (IST)Updated: Sat, 28 Apr 2018 05:06 PM (IST)
सुलगने लगे हैं गढ़वाल और कुमाऊं के जंगल, वन विभाग लाचार
सुलगने लगे हैं गढ़वाल और कुमाऊं के जंगल, वन विभाग लाचार

देहरादून, [जेएनएन]: तपिश बढ़ने के साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं के जंगल धधकने लगे हैं। हालांकि वन विभाग की टीम आग बुझाने में जुटी है, लेकिन विषम भौगोलिक परिस्थितियां चुनौती बन रही हैं। ऐसे में वन विभाग लाचार साबित हो रहा है। 

loksabha election banner

गढ़वाल के केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के तहत कनेरी के जंगलों में आग भड़क गई। धीरे-धीरे आग का दायरा डिडोली, नंदप्रयाग और तेफना के जंगलों तक फैल गया। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के गोपेश्वर रेंज की रेंज अधिकारी आरती मैठाणी के नेतृत्व में 14 सदस्यीय टीम मौके पर आग बुझाने के काम में जुटी हुई है। 

आग बुझाने के लिए स्थानीय गांवों के ग्रामीणों की मदद भी ली जा रही है। रेंजर आरती मैठाणी ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। उत्तरकाशी जिले में कुछ ऐसे ही हालात हैं। यहां उत्तरकाशी और यमुना वन प्रभाग के जंगल सुलग रहे हैं। 

बुधवार से भड़की आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग की टीम मौके पर है। दूसरी ओर कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में  डीडीहाट और धारचूला के जंगल भी आग की चपेट में आ चुके हैं। वहीं, मुनस्यारी तहसील के रामगंगा और भुजगड़ नदी घाटी के जंगलों में भी ऐसे ही हालात हैं। 

यह भी पढ़ें: झांपे से खाक बुझेगा दावानल, चार माह में सब कर देगा खाक

यह भी पढ़ें: बागेश्वर में विकास भवन से सटे जंगल में लगी भीषण आग

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के जंगलों में आग की बड़ी चुनौती को छोटा नजराना


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.