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    Uttarakhand Farmers: मोबाइल मैसेज से आएगी पर्ची...गन्ना कोटे में किसान करा सकेंगे संशोधन

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 09:56 AM (IST)

    देहरादून में अब किसानों को शुगर मिल की गन्ना पर्ची उनके मोबाइल पर मिलेगी। गन्ना विभाग ने सर्वे पूरा कर लिया है और सट्टा प्रदर्शन की तैयारी है। सुपरवाईजर त्रुटियों को मौके पर ठीक करेंगे। किसान यूके केन एप पर कोटा पर्ची और कैलेंडर देख सकते हैं। किसानों से मोबाइल नंबर दर्ज कराने का आग्रह किया गया है ताकि पेराई सीजन में पर्ची मिल सके।

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    किसान गन्ना क्षेत्रफल , नाम त्रुटि व अन्य कमियों को करा सकेंगे सही। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, देहरादून। शुगर मिल की गन्ना पर्ची अब किसानों के मोबाइल पर आएगी। वहीं, किसानों के गन्ने का सर्वे कार्य पूरा हो चुका है। वहीं, गन्ना सट्टा प्रदर्शन के लिए विभाग तैयारियों में जुटा है। गन्ना सुपरवाईजर गांव-गांव जाकर किसानों से गन्ना कोटे को पुख्ता कराएंगे। अगर, सट्टे में किसान का नाम, प्लाट और क्षेत्रफल में त्रुटि है तो उसे मौके पर ही संशोधित किया जाएगा।

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    डोईवाला शुगर मिल की दोनों समितियों ने गन्ना सर्वे का कार्य पूरा कर लिया है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जिले में इस बार 3630 हेक्टेयर रकबे पर गन्ना फसल है। जबकि, सहसपुर, डोईवाला और विकासनगर में बड़े भू-भाग पर किसानों ने फसल लगाई है।

    जिले के करीब 8,500 किसान गन्ना खेती से जुड़े हैं। वहीं, डोईवाला गन्ना समिति और देहरादून समिति का गन्ना सर्वे पूरा हो चुका है। लेकिन, अभी गन्ना कोटे का प्रदर्शन नहीं हो सका है। इसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में है। जैसे ही गन्ना विभाग की ओर से तारीख का एलान होगा।

    गन्ना सुपरवाईजर गांव-गांव जाकर सर्वे का सत्यापन करेंगे। इस दौरान किसान अपने कोटे में नाम , रकबा व प्लाट नंबर की त्रुटि को संशोधित करा सकेंगे। अधिकारियों ने बताया कि गन्ना मिल की ओर से किसानों को उनके पंजीकरण मोबाइल नंबर पर मैसेज के जरिये गन्ना पर्ची भेजी जाएगी।

    पर्ची के लिए किसानों को अब मिल व गन्ना सेंटरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। मैसेज में पर्ची क्रंमाक, कोड व नाम देखाकर गन्ने को तौला जा सकेगा।

    किसान यूके केन एप पर देख सकते हैं गन्ना पर्ची कलैंडर

    सहायक गन्ना आयुक्त कुलश्रेष्ठ फुलेरिया ने बताया कि कोटा प्रदर्शन के बाद किसानों के डाटा को यूके केन एप पर अपलोड किया जाएगा। किसान अपने मोबाइल पर अपना बेसिक कोटा, पर्चियों की संख्या, गन्ना कलैंडर व अन्य सभी प्रकार की सूचनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

    कहा, किसान अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर को समितियों में दर्ज करा दें। इससे गन्ना पेराई सीजन में आसानी से पर्ची मोबाइल मैसेज बाक्स में पहुंच सकेगी।