इस तरह हुआ रायपुर अस्पताल में 22 लाख रुपये का गोलमाल
रायपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बाबू ने फर्जी पासबुक बनाकर लाखों रुपए का गोलमाल कर दिया। फिलहाल, आरोपित के खिलाफ विभागीय जांच की संस्तुति कर दी गर्इ है।
देहरादून, [जेएनएन]: रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रबंध समिति के खाते में जमा 22 लाख रुपये के गोलमाल का मामला सामने आया है। चिकित्सा अधीक्षक ने संदेह होने पर मामले की जांच की तो पता चला कि अस्पताल की एक फर्जी पासबुक बनाकर एक बाबू ने ही इस कारनामे को अंजाम दिया है। जिसके बाद उन्होंने आरोपित के खिलाफ विभागीय जांच की संस्तुति कर दी है। थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए मामले का स्पेशल ऑडिट करवाया जा रहा है।
रायपुर अस्पताल के नवनियुक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनंद शुक्ला ने बताया कि ज्वाइनिंग के बाद उन्होंने अस्पताल के प्रबंध समिति के खाते की जानकारी मांगी थी, लेकिन उन्हें गुमराह किया जाता रहा। बताया गया कि खाते में 22 लाख रुपये जमा हैं। उनके अनुसार बुधवार को अस्पताल की प्रबंध समिति की बैठक हुई। जिसमें सीडीओ जीएस रावत भी मौजूद थे। जब खाते के बारे में जानकारी ली गई तो इसमें केवल 1700 रुपये होना पाया गया।
इस पर उन्होंने संबंधित बाबू से जानकारी मांगी तो वह गुमराह करने लगा। मामले की जांच में यह सामने आया कि अस्पताल की एक फर्जी पासबुक बाबू राकेश कुमार गुप्ता ने बनवा ली थी। इसी फर्जी पासबुक के जरिए वह पंजाब नेशनल बैंक से अस्पताल की रकम का आहरण करता रहा। डॉ. शुक्ला ने बताया कि सीडीओ ने मामले में विशेष ऑडिट के आदेश दिए हैं। इस पर आरोपी के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
वहीं, मुख्य विकास अधिकारी जेएस रावत ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या ये मामला संदेहास्पद प्रतीत हो रहा है। इसी कारण जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा। इधर, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने भी इस मामले में सीएमओ को जांच के निर्देश दिए हैं।
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