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दूरदर्शन में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा, सीओ को सौंपी जांच Dehradun News

दूरदर्शन में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया है। दूरदर्शन के संयुक्त निदेशक की ओर से फर्जीवाड़े में शामिल रैकेट के खिलाफ एसएसपी को तहरीर दी गई।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 28 Aug 2019 01:42 PM (IST)Updated: Wed, 28 Aug 2019 01:42 PM (IST)
दूरदर्शन में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा, सीओ को सौंपी जांच Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। दूरदर्शन में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया है। दूरदर्शन के संयुक्त निदेशक की ओर से फर्जीवाड़े में शामिल रैकेट के खिलाफ एसएसपी को तहरीर दी गई। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि प्रकरण की जांच सीओ डालनवाला को सौंपी है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

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जानकारी के अनुसार अरुण कुमार रतूड़ी दूरदर्शन केंद्र पहुंचे। उन्होंने दूरदर्शन के संयुक्त निदेशक (कार्य) कार्यक्रम प्रमुख डॉ. एससी थलेड़ी को एक नियुक्ति पत्र दिखाते हुए बताया कि उनके बेटे अभिषेक रतूड़ी की किसान पत्रकार के पद पर नियुक्ति हुई है। 

डॉ. थलेड़ी ने नियुक्ति पत्र देखा तो कहा कि यह फर्जी है। इस पर अरुण कुमार ने उन्हें समाचार पत्रों में प्रकाशित दूरदर्शन में नौकरी का विज्ञापन दिखाया। इसमें दूरदर्शन में सरकारी नौकरी के 769 पदों की भर्ती की बात कही गई थी। इतना ही नहीं योग्यता भी कक्षा आठ पास मांगी गई थी और तनख्वाह साढ़े 22 हजार साढ़े 44 हजार रुपये प्रतिमाह बताई गई थी। 

इसे देखने के बाद उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह विज्ञापन भी फर्जी है। डॉ. थलेड़ी ने बताया कि इस मामले से एसएसपी को अवगत करा दिया गया है। एसएसपी ने पूरे प्रकरण की जांच सीओ डालनवाला जया बलूनी को सौंपी है।

दून से भेजा गया नियुक्ति पत्र

अरुण कुमार ने दूरदर्शन को नियुक्ति पत्र मिलने का जो लिफाफा दिखाया, वह देहरादून से ही अभिषेक के ऋषिकेश के पते पर भेजा गया था। ऐसे में संदेह यह भी है कि देहरादून में ही कोई गिरोह सक्रिय है जो बेरोजगारों को दूरदर्शन में नौकरी के नाम पर गुमराह कर ठगी कर रहा है।

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कई और भी हो सकते हैं शिकार

अभी तक तो अभिषेक रतूड़ी को ही नियुक्ति पत्र दिए जाने की बात सामने आई है, लेकिन माना जा रहा है कि फर्जी विज्ञापन के जरिये और भी युवा गिरोह के झांसे में आए होंगे। ऐसे में आने वाले दिनों में गिरोह की ठगी के और भी मामले सामने आ सकते हैं। 

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नियम और प्रक्रिया से होती है भर्ती

डॉ. एससी थलेड़ी ने बताया कि दूरदर्शन व प्रसार भारती में नौकरी की प्रक्रिया पूरे नियम और प्रक्रिया के साथ होती है। संस्था इस तरह से विज्ञापन नहीं देती है। इस तरह के किसी भी विज्ञापन पर यकीन करने से पहले वस्तुस्थिति का पता करना जरूरी होता है।

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