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    बरस रही आफत, चमोली में दो जगह फटा बादल; भारी बारिश की चेतावनी से स्कूल बंद

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Sun, 05 Aug 2018 09:02 PM (IST)

    उत्तराखंड में मौसम राहत देने के मूड में नहीं है। आज तड़के चमोली जिले के कर्णप्रयाग में बादल फटने से एक ही परिवार के चार लोग घायल हो गए।

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    बरस रही आफत, चमोली में दो जगह फटा बादल; भारी बारिश की चेतावनी से स्कूल बंद

    देहरादून, [जेएनएन]: मौसम के तेवरों से उत्तराखंड सहमा हुआ है। शनिवार रात से शुरू हुआ बारिश सिलसिला रुक-रुक कर जारी है। नदी-नालों में उफान के कारण कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच तड़के चमोली जिले की कर्णप्रयाग और पोखरी तहसील में बादल फटने से खासा नुकसान हुआ है। कर्णप्रयाग के सुनाली गांव में मकान ध्वस्त होने से एक ही परिवार के चार लोग घायल हो गए। वहीं ऋषिकेश के निकट सौंग नदी का पानी एक गांव में घुस गया। इससे गांव में अफरातफरी रही। एसडीआरएफ के जवानों ने मौके पर राहत कार्य चलाया। दूसरी ओर हालात को देखते हुए मौसम विभाग ने शासन को नदियों के किनारे रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की सलाह दी है। 

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    चमोली में बादल फटने से सुनाली गांव के पास बहने वाली बरसाती नदी में बाढ़ आ गई। पानी के साथ बहकर आए बोल्डर (बड़े पत्थर) की चपेट में आने से गांव का एक मकान ध्वस्त हो गया, जबकि चार को आंशिक क्षति पहुंची है। गांव का मुख्य सड़क से संपर्क कट गया है। 

    घटना में चार लोगों के घायल होने के साथ ही तीन मवेशियों की भी मौत हुई है। प्रशासन की टीम मौके पर राहत कार्यों में जुटी है। इसके अलावा चमोली जिले की पोखरी तहसील में की उत्तरों ग्राम सभा में गोशाला ढह गई। मलबे में दो मवेशी जिंदा दफन हो गए। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि प्रभावित गांवों के लिए प्रशासन की टीम रवाना हो चुकी हैं।

    चार धाम यात्रा मार्गों पर मलबा गिरने का सिलसिला जारी

    पहाड़ों में बारिश के बीच मलबा आने से सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। प्रदेश में 100 से ज्यादा सड़कों पर आवागमन बाधित है। केदारनाथ, बदरीनाथ और गंगोत्री हाईवे पर भूस्खलन से यात्रा में बाधा पड़ रही है।

     

    रामनगर में दो कार बहीं

    कुमाऊं के पिथौरागढ, अल्मोड़ा और नैनीताल समेत विभिन्न जिलों में बारिश का दौर थम नहीं रहा है। सड़कें क्षतिग्रस्त हैं और शहर जलभराव से जूझ रहे हैं। पिथौरागढ़ और गूंजी में आज भी कैलास मानसरोवर यात्रियों को रवाना नहीं किया जा सका। नैनीताल जिले के रामनगर में बरसाती नदी में एक कार बह गई, हालांकि ग्रामीणों ने कार में सवार चार युवकों को बचा लिया गया। एसडीएम परितोष वर्मा ने बताया कि संवदेनशील स्थानों पर बचाव दल तैनात किए गए हैं।

    अगले 24 घंटे अति संवेदनशील

    मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे अति संवेदनशील हैं। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार से मंगलवार दोपहर तक  देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, चमोली, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ में भारी से भारी बारिश की आशंका है। चेतावनी को देखते हुए प्रदेश में सोमवार को स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।

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