देहरादून में खुलेंगे चार नए फायर स्टेशन, मिलेगी तत्काल मदद
देहरादून में आग की घटनाओं को देखते हुए सरकार चार नए फायर स्टेशन खोलने की तैयारी कर रही है। ये स्टेशन सहस्त्रधारा, चकराता, त्यूनी और हर्बटपुर में खुलेंगे। वर्तमान में 20 लाख की आबादी पर केवल सात स्टेशन हैं, जिससे आपातकालीन सेवाओं में देरी होती है। नए स्टेशनों के खुलने से शहर के कोने-कोने तक राहत सेवाएं तेजी से पहुंच सकेंगी। इसके साथ ही, नए फायर टेंडर के लिए भी प्रस्ताव भेजा गया है।

सहत्रधारा, चकराता, त्यूनी और हर्बटपुर में खुलने हैं नए फायर स्टेशन। प्रतीकात्मक
सोबन सिंह गुसांई, देहरादून। शहर की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कने के लिए सरकार अब दमकल विभाग की क्षमता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। आगजनी की बढ़ती घटनाओं और तेजी से फैलते शहरीकरण को देख्तो हुए चार नए फायर स्टेशन खोलने की तैयारी की जा रही है। यह फायर स्टेशन देहरादून के सहस्त्रधारा, चकराता, त्यूनी और विकासनगर स्थित हर्बटपुर में खुलेंगे। इसके लिए उपयुक्त् जमीन की तलाश की जा रही है।
राजधानी में आबादी तो तेजी से बढ़ी लेकिन फायर स्टेशनों की संख्या नहीं बढ़ पाई है। वर्तमान में देहरादून जनपद में 20 लाख से अधिक आबादी पर केवल सात फायर स्टेशन हैं, जिनके जिम्मे आबादी के बढ़ते विस्तार के बावजूद बड़ी संख्या में क्षेत्रों की जिम्मेदारी है। वहीं यातायात की समस्या लगातार बढ़ी है। ऐसे में किसी भी आगजनी या आपात स्थिति में दमकल वाहनों को मौके पर पहुंचने में अकसर देरी हो जाती है। नए फायर स्टेशन खुलने से शहर के कोने-कोने तक राहत सेवाएं तेजी से पहुंच सकेंगी।
देहरादून को छोड़कर अन्य की स्थिति खराब
राजधानी में सिर्फ एक ही फायर स्टेशन है, जहां पर मुख्यमंत्री के साथ-साथ वीवीआइपी भ्रमण होते रहते हैं। इसके साथ ही बड़े संख्या में मेले व बड़े धरना प्रदर्शन होते हैं, जहां पर नियमित रूप से एक दमकल की ड्यूटी लगाई जाती है। देहरादून फायर स्टेशन में भी केवल 11 छोटे बड़े वाहन हैं। इसके अलावा ऋषिकेश में केवल चार वाहन, सेलाकुई में चार, मसूरी में चार, विकासनगर में तीन, डोईवाला में दो और त्यूनी में दो फायर दमकल ही मौजूद हैं। इसके अलावा इन फायर स्टेशनों में मानवशक्ति भी काफी कमी है। फायर स्टेशनाें में फायरमैनों की भारी कमी है।
नए फायर टेंडरों के लिए भेजा गया है प्रस्ताव
15 साल से अधिक की समय सीमा पूरे कर चुके वाहनों को कुछ समय पहले हटाने का आदेश जारी हुआ था, जिसके चलते जनपद के फायर स्टेशनों से छह फायर टेंडर कबाड़ बन गए। वाहनों की कमी के चलते मुख्य अग्निशमन अधिकारी की ओर से नए वाहनों की खरीद के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जनपद के फायर स्टेशनों में इस समय केवल 09 फायर टेंडर, 05 फाेम टेंडर, एक मल्टी पर्पज, एक स्काई लिफ्ट, छह मिनि हाई प्रेशर, सात बैक पेक सेट और दो वाटर कैनन ही उपलब्ध हैं।
चार नए फायर स्टेशन खोलने के लिए जगह की तलाश की जा रही है। फायर स्टेशन सहस्त्रधारा, चकराता, त्यूनी व हर्बटपुर में प्रस्तावित है। जगह का चयन करने के बाद इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जानी है। इसके अलावा नए फायर टेंडर मंगाने के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
- अभिनव त्यागी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी

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