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    मनीष का कोई भी फैसला उसका अपना: भाजपा सांसद खंडूड़ी

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Fri, 15 Mar 2019 05:43 AM (IST)

    सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूड़ी ने स्पष्ट किया है कि वह भाजपा में थे हैं और हमेशा रहेंगे। मनीष का कोई भी फैसला उसका अपना होगा।

    मनीष का कोई भी फैसला उसका अपना: भाजपा सांसद खंडूड़ी

    देहरादून, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस उत्तराखंड में भाजपा के खिलाफ सियासी दांव चल सकती है। माना जा रहा है कि भाजपा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) भुवन चंद्र खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूड़ी को 16 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली के दौरान उन्हें पार्टी में शामिल किया जा सकता है। उधर, इस तरह की चर्चाओं पर सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूड़ी ने स्पष्ट किया है कि वह भाजपा में थे, हैं और हमेशा रहेंगे। मनीष का कोई भी फैसला उसका अपना होगा। दरअसल खंडूड़ी अपनी राजनीतिक विरासत दो साल पहले ही अपनी पुत्री ऋतु खंडूड़ी को सौंप चुके हैं। यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि वह छह माह पहले ही साफ कर चुके हैं कि अधिक उम्र के कारण वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। 

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    पूर्व मुख्यमंत्री एवं पौड़ी गढ़वाल सांसद भुवनचंद्र खंडूड़ी भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार हैं। गढ़वाल सीट से आगे भी लोकसभा चुनाव लडऩे में उनकी 90 वर्ष की आयु और खराब स्वास्थ्य को बड़ी बाधा के रूप में देखा जा रहा है। सैनिक बहुल उत्तराखंड में सैन्य पृष्ठभूमि के खंडूड़ी केंद्र में मंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जैसा अहम पद संभाल चुके हैं। सियासी हलकों में ये चर्चाएं जोरों पर हैं कि कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूड़ी को अपने पाले में खड़ाकर बड़ा दांव चलने की तैयारी में है। गढ़वाल समेत उत्तराखंड की पांच संसदीय सीटों पर भाजपा का कब्जा है। पांचों सीटों पर भाजपा के किले में सेंध लगाने को हाथ-पांव मार रही कांग्रेस गढ़वाल सीट पर सत्तारूढ़ दल की मुश्किल बढ़ाने के लिए खंडूड़ी के पुत्र का रणनीतिक उपयोग कर सकती है। चर्चा ये है कि फेसबुक से जुड़े और आइटी जानकार मनीष खंडूड़ी के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से अच्छे संबंध हैं। प्रदेश में इसतरह की चर्चा के चलते सूबे की सियासत गर्मा गई है। 

    दूसरी ओर, कांग्रेस ने प्रदेश में इसतरह की चर्चा को लेकर अभी तक अनभिज्ञता जताई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के ऐसे किसी भी कदम को लेकर न तो इन्कार किया और न ही हामी भरी है। चर्चा ये भी है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रणनीति को देखते हुए प्रदेश के दिग्गज नेता इस मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह इस मामले की जानकारी नहीं होने की बात कह चुके हैं। वहीं गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है। इस बारे में जो भी निर्णय होना है, हाईकमान के स्तर से ही होगा। 

    उधर, इन चर्चाओं को लेकर सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूड़ी ने स्थिति साफ की। 'दैनिक जागरण' से बातचीत में  उन्होंने कहा कि वह भाजपा में थे, हैं और हमेशा रहेंगे। मनीष की उम्र 50 वर्ष है। वहनिर्णय लेनेको स्वतंत्र है, यदि वह कोई निर्णय करता है तो वह उसका अपना निर्णय होगा। खंडूड़ी ने इस तरह की चर्चाओं से इन्कार भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए छह माह पहले ही लोकसभा चुनाव लडऩे से इन्कार कर चुके हैं। गौरतलब है कि सांसद खंडूड़ी अपनी राजनीतिक विरासत पहले ही अपनी पुत्री ऋतु खंडूड़ी को सौंप चुके हैं। ऋतु खंडूड़ी पौड़ी गढ़वाल जिले की यमकेश्वर सीट से भाजपा की विधायक हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट भी कह चुके हैं कि मनीष खंडूड़ी भाजपा के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं। 

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