Diwali 2025: दीपावली पर वन विभाग कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल, सुरक्षा के लिए रात में गश्त बढ़ाई
दीपावली के दौरान वन्यजीवों के अवैध शिकार की आशंका को देखते हुए वन विभाग अलर्ट पर है। कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और रात में गश्त बढ़ा दी गई है। उल्लू, सांप, कछुआ जैसे वन्यजीवों के शिकार की आशंका है। संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है और नागरिकों से सहयोग की अपील की गई है।

प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण, संवाददाता, देहरादून। दीपावली पर्व के दौरान वन्यजीवों के अवैध शिकार की आशंका को देखते हुए वन विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। विभाग ने सभी फील्डकर्मियों की छुट्टियों पर रोक लगाते हुए रात्रि गश्त बढ़ा दी है। संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कर्मियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
उल्लू, कछुआ, सांप समेत वन्यजीवों के शिकार की आशंका
देहरादून वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि दीपावली के समय उल्लू, सांप, कछुआ समेत अन्य वन्यजीवों के शिकार और तस्करी की घटनाएं बढ़ने की संभावना रहती है। अंधविश्वास के चलते इन वन्यजीवों की मांग दीपावली के आसपास अचानक बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ने सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं। त्योहार के दौरान देहरादून के प्रेमनगर, आशारोड़ी, रायपुर और टपकेश्वर रेंजों में वन विभाग की टीमें रातभर गश्त कर रही हैं।
छुट्टियों पर लगी रोक, संवेदनशील क्षेत्रों में सघन निगरानी
इन इलाकों में वन सीमाओं पर चेकिंग बढ़ा दी गई है, ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। पुराने चिह्नित शिकारियों की गतिविधियों पर भी करीबी नजर रखी जा रही है। वन विभाग की टीमें वाहनों की जांच के साथ-साथ जंगलों की सीमा पर गश्त कर रही हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से प्रवेश न कर सके।
स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील
प्रभागीय वन अधिकारी ने बताया कि कई बार शिकारी रात के समय कच्चे रास्तों से जंगल में प्रवेश करते हैं। ऐसे में ग्रामीणों और स्थानीय नागरिकों से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत वन विभाग को दें। विभाग ने स्पष्ट किया है कि केवल आपात स्थिति में ही फील्डकर्मियों को अवकाश दिया जाएगा।
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