उफ्फ! अब ऋषिकेश में बाढ़, शिव मूर्ति तक पहुंची गंगा; एक महिला की मौत
उत्तराखंड में लगातार बारिश से ऋषिकेश में बाढ़ जैसे हालात हैं। गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और शिव मूर्ति तक जलस्तर पहुँच गया है। न्यू चंद्रेश्वर नगर में एक घर में पानी घुसने से 45 वर्षीय महिला कृष्णा थापा की डूबने से मौत हो गई। एसडीआरएफ और पुलिस लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी है।

जासं, ऋषिकेश। पहाड़ से लेकर मैदान तक जारी भारी वर्षा से गंगा उफान पर है। ऋषिकेश में चेतावनी निशान को पार करने के बाद गंगा खतरे के निशान को भी पार कर गई। त्रिवेणी घाट पूरी तरह जल मग्न हो गया। लक्ष्मणझूला पुलिस ने वानप्रस्थ, गीता भवन गेट नंबर तीन घाट को पूरी तरह बंद कर दिया। एहतियात के तौर पर प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। गंगा के साथ ही बरसाती नदियों का जल स्तर बढ़ा हुआ है। रविवार शाम करीब सात बजे से शुरू हुई वर्षा का दौर अपने साथ कई परेशानियां लेकर आया है।
मंगलवार रात भी क्षेत्र में सब जगह मूसलाधार वर्षा हुई। पहाड़ी जिलों में भी लगातार वर्षा हो रही है। इसके बाद गंगा अपने उफान पर आ गई। मंगलवार रात को ही गंगा ने चेतावनी निशान को पार कर दिया था। 339.50 मीटर के निशान को पार कर गंगा 340.22 मीटर पर पहुंच गई। बुधवार दोपहर होने तक गंगा ने खतरे का लाल निशान 340.50 मीटर को पार कर दिया। शाम चार बजे गंगा 340.75 मीटर पर बह रही थी। गंगा का जल स्तर बढ़ने के साथ ही त्रिवेणी घाट पूरी तरह जल मग्न हो गया। मुनिकीरेती, लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम के गंगा घाट भी जल में डूब गए।
गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ने पर थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला संतोष पैथवाल की ओर से गंगा तटों पर निगानी के विशेष टीमों का गठन किया गया। पुलिस टीम लगातार गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों को प्रतिबंधित घाटों ओर तटों पर जाने से रोक रही है।
थानाध्यक्ष पैथवाल ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से वानप्रस्थ,गीता भवन गेट नंबर तीन घाट को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। गठित टीमों की ओर से लाउड हेलर की मदद से लगातार गंगा तटों पर यात्रियों और पर्यटकों को अपील कर हटाया जा रहा है। वहीं, बरसाती नदी चंद्रभागा और खारास्रोत का जल स्तर भी लगातार बढ़ा हुआ है। गंगा का जलस्तर शिवमूर्ति तक पहुंच गया है। वहीं यहां घर में घुसे पानी में डूबकर एक महिला की मौत हो गई है।
एक महिला की मौत
घर में घुसे पानी में डूबकर न्यू चंद्रेश्वर नगर निवासी 45 वर्षीय महिला कृष्णा थापा की मौत हो गई। स्वजनों ने बताया कि रात से हो रही बारिश के बाद घर में पानी बरसाती घुस गया था। स्वजन सामान को पड़ोस के दो मंजिला घर में शिफ्ट कर रहे थे।
करीब एक घंटे बाद उन्होंने महिला को कमरे में पानी में गिरा देखा। स्वजन कृष्णा को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। महापौर शंभू पासवान भी अस्पताल पहुंचे। एसडीएम योगेश मेहरा ने बताया कि मामले में जानकारी जुटाई जा रही है।
रात को बिजली कड़कने से धमाका, सहमे लोग
मंगलवार रात मूसलाधार वर्षा के साथ ही बिजली कड़कती रही। रात करीब डेढ़ बजे बिजली कड़कने से बेहद तेज धमाका हुआ। गहरी नींद में सोए कई लोग जाग गए। कई लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर भी इस बात को साझा किया। बुधवार को भी दिन भर शहर में इस बात को लेकर चर्चा चलती रही कि रात को बिजली कड़कने की बेहद तेज आवाज आई। हालांकि, यह बिजली कहां गिरी इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई। रात भर हुई मूसलाधार वर्षा से जगह-जगह जल भराव हो गया। अगर यह वर्षा दिन में होती तो स्थिति भयावह हो सकती थी। सुबह होने तक वर्षा की रफ्तार कुछ मंद पड़ी तो जल भराव खत्म हो गया। स्कूलों में भी अवकाश था।
बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह आया मलबा
भारी वर्षा के चलते बदरीनाथ हाईवे पर कई जगह मलबा आ गया। इसके साथ ही गंगोत्री हाईवे पर तिल्लू पानी और प्लास्डा में मलबा आने से मार्ग बाधित रहा। बदरीनाथ हाईवे पर निजी परिवहन कंपनियों की बस सेवाएं सुबह सवा तीन बजे से शुरू होती है। कौड़ियाला, ब्रह्मपुरी आदि जगहों पर मलबा आ गया। मुनिकीरेती पुलिस ने तपोवन चेक पोस्ट पर एहतियातन वाहनों को रोक दिया।
सुबह नौ बजे यहां से बदरीनाथ रूट के लिए रवाना किए गए। जो यात्री चारधाम यात्रा के लिए जा रहे थे उन्हें पुलिस ने आगे मार्ग बाधित होने की जानकारी देते हुए सुरक्षित स्थानों पर रुकने को कहा। स्थानीय लोग जिन्हें आगे जाना था उनके वाहनों को नौ बजे बाद बाद छोड़ा गया। प्रभारी निरीक्षक मुनिकीरेती प्रदीप चौहान ने बताया कि सुबह नौ बजे के आसपास बदरीनाथ हाईवे पर वाहनों को भेजा गया। बताया कि चारधाम यात्रियों को जगह-जगह मार्ग बंद होने की जानकारी देते हुए सुरक्षित जगह पर रुकने को कहा गया।
बाईपास पर जल भराव से दिक्कत
हरिद्वार बाईपास पर गुमानीवाला से लेकर मंसा देवी तक बुधवार को भी जल भराव की स्थिति रही। मंसा देवी के पास बरसाती नाले का पानी सड़क पर आ गया। यहां सड़क बेहद खराब है। जिससे वाहन चालकों को और दिक्कत रही। करीब दो किलोमीटर तक इस मार्ग पर जाम लगा रहा। लक्ष्मणझूला रोड पर सिंचाई विभाग के कार्यालय के सामने भी दिनभर जल भराव की स्थिति बनी रही।
प्रशासन स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है। गंगा घाटों पर सतर्कता बरती जा रही है। जो लोग आपदा से प्रभावित हैं उन्हें फौरी राहत के साथ आगे नियमानुसार सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। - योगेश मेहरा, एसडीएम ऋषिकेश
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