चारधाम यात्रा में यात्रियों की कमी के चलते ऑफलाइन पंजीकरण काउंटर कम कर दिए गए हैं। ऋषिकेश आईएसबीटी के छह काउंटर बंद हो गए हैं अब ट्रांजिट कैंप में 16 काउंटर चलेंगे। हरबर्टपुर और नया गांव में भी काउंटर घटा दिए गए हैं। मानसून के कारण यात्रियों की संख्या में गिरावट आई है इसलिए काउंटर कम किए गए हैं पर आवश्यकता होने पर काउंटर फिर से बढ़ाए जा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। चारधाम यात्रा में यात्रियों की संख्या घटने के बाद आफलाइन पंजीकरण काउंटरों की संख्या घटा दी गई है। आइएसबीटी के छह काउंटर बंद कर दिए हैं। ट्रांजिट कैंप में 16 काउंटर चलेंगे। हरबर्टपुर में भी काउंटर घटा दिए गए हैं। नया गांव का काउंटर बंद कर दिया गया है। दो दिन से ऑफलाइन पंजीकरण की संख्या दो हजार से नीचे आ गई है।
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इस साल चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हुई थी। यात्रियों के लिए धामों में जाने के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। यात्री ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। ऑफलाइन पंजीकरण के लिए जगह-जगह काउंटर खोले गए हैं। ऋषिकेश में कुल 30 काउंटर खोले गए थे। इसमें ट्रांजिट कैंप में 24 और आइएसबीटी में छह काउंटर खोले गए थे। आइएसबीटी के काउंटर बंद कर दिए गए हैं। ट्रांजिट कैंप में अब 16 काउंटर पर पंजीकरण होगा।
अब तक पंजीकरण के लिए 25 मोबाइल टीम लगाई गई थी। इसे घटाकर पांच कर दिया गया है। नया गांव का ऑफलाइन पंजीकरण काउंटर बंद कर दिया गया है, जबकि हरबर्टपुर में छह की जगह दो काउंटर पर ही पंजीकरण होगा। ट्रांजिट कैंप में तीन बड़े और करीब 22 छोटे टैंट लगाए गए हैं। यात्रियों की संख्या सीमित होने पर इन टैटों को भी हटा दिया गया है।
चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन के विशेष कार्याधिकारी डॉ. प्रजापति नौटियाल ने बताया कि मानसून में यात्रियों की संख्या सीमित हो गई है। इसलिए कुछ जगह काउंटर बंद तो कुछ जगह घटा दिए गए हैं। जो काउंटर खुले हैं, उसमें पहले की तरह 24 घंटे पंजीकरण की सुविधा रहेगी। अगर जरूरत पड़ती है तो काउंटर बढ़ा दिए जाएंगे।
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