Eye Flu: बरसात के मौसम में तेजी से फैल रहा आई फ्लू, एक्सपर्ट्स से जानें लक्षण और बचाव का तरीका
Eye Flu बीते कुछ दिनों से देशभर में बारिश के कारण बिगड़ते हालातों की तस्वीरें लगातार सामने आ रही है। मानसून का यह सीजन अपने साथ सुहाना मौसम ही नहीं बल्कि कई सारी समस्याएं भी लेकर आता है। इस मौसम में कई सारी बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है। आई फ्लू इन्हीं समस्याओं में से एक है जो इन दिनों तेजी से फैल रहा है।

देहरादून, जागरण संवाददाता। बरसात का मौसम सुहावना होता है, क्योंकि गर्मी से राहत देता है, लेकिन मानसून आते ही आंखों में संक्रमण की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए बरसात के मौसम में आंखों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों में आजकल आंखों के मरीज भी बढ़ रहे हैं। नेत्र रोग में सबसे ज्यादा आई फ्लू के मामले आ रहे हैं।
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डा. सुशील ओझा के अनुसार इस समय वायरल इन्फेक्शन फैलने की सबसे अधिक आशंका होती है, क्योंकि इस समय वातावरण में सबसे अधिक नमी होती है। ऐसे में आई फ्लू, पलक में इन्फेक्शन और पुतली में घाव हो सकता है।
आंखों में बढ़ रहा इन्फेक्शन का खतरा
डा. सुशील ओझा ने कहा कि बरसात के मौसम में बैक्टीरियल संक्रमण से बचने के लिए आप अपना ध्यान रखें। बारिश में भीगने के बाद आंखों को साफ पानी से धोएं। यह इसलिए कि बारिश के पानी में धूल के कण पाए जाते हैं। जिससे आपकी आंखों में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। आंखों को धोने के बाद स्वच्छ कपड़े से जरूर साफ करें। गौरतलब है कि आई फ्लू के मामले हर राज्य में बढ़ रहे हैं। उत्तराखंड में भी अस्पतालों में आई फ्लू के मरीज बढ़ने लगे हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
- आंखों को गंदे हाथों से न छुएं।
- बच्चों को बार-बार आंखों को मलने व छूने से रोकें।
- आस-पास किसी को आई फ्लू की आशंका लगे तो आंखों को साफ पानी से धोएं और ठंडे पानी से सिकाई करें।
- अगर किसी को घर में आई फ्लू की दवा डालते हैं तो उसके बाद अपने हाथों को साबुन से धोएं।
- आंखों में लाली, जलन व खुजली होने पर चिकित्सक की सलाह लें, खुद से दवा न डालें।
- दैनिक उपयोग की वस्तुएं जैसे तौलिये इत्यादि अलग रखें और किसी को इस्तेमाल न करने दें।
- अगर आप कॉन्टेक्ट लेंस लगाते हैं तो संक्रमण के दौरान इन्हें न लगाएं और अपने चिकित्सक से सलाह लें।
- बरसात में बच्चों को पानी से भरे गड्ढों व पोखरों से दूर रखें, क्योंकि अधिकतर इन्हीं स्थानों से बैक्टीरिया पनपते हैं।
- ताजा खाना खाएं और साफ पानी ही पिएं।
- बाहर से आने पर हमेशा हाथ साबुन से धोएं।

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