मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत गोष्ठी का आयोजन, किसानों को बताए मृदा परीक्षण के फायदे
कृषि विशेषज्ञों ने मिट्टी की उर्वरा क्षमता बढ़ाने को मृदा परीक्षण को जरूरी बताया। मंगलवार को कृषि विभाग ने मोथरोवाला में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत गोष्ठी का आयोजन किया था। इसकी अध्यक्षता प्रगतिशील किसान गंगाराम ने की।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कृषि विशेषज्ञों ने मिट्टी की उर्वरा क्षमता बढ़ाने को मृदा परीक्षण को जरूरी बताया। मंगलवार को कृषि विभाग ने मोथरोवाला में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत गोष्ठी का आयोजन किया था। इसकी अध्यक्षता प्रगतिशील किसान गंगाराम ने की।
गोष्ठी के दौरान विशेषज्ञ के रूप में पूर्व कृषि रक्षा अधिकारी पीपी कैंत्युरा, विकासखंड प्रभारी वीके धस्माना, सहायक कृषि अधिकारी नरेश नौटियाल, स्टेट बैंक और इंडिया के प्रतिनिधि चंद्रशेखर नौटियाल आदि शामिल हुए। इस दौरान मृदा स्वास्थ्य पर वीके धस्माना ने बारीकियों से रूबरू कराया। उन्होंने मृदा का नमूना लेने की विधि और उसकी रिपोर्ट के अनुसार ही मृदा में उर्वरक प्रयोग की भी सलाह दी है।
वीके धस्माना ने पौधों के लिए 16 पोषक तत्वों की आवश्यकता बताई। उनका कहना है कि पोषक तत्वों की कमी के कारण कई प्रकार के लक्षण नजर आते हैं। वहीं, पूर्व कृषि रक्षा अधिकारी कैंत्युरा ने किसानों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। इस अवसर पर कृषकों को जैव रसायन एवं सब्जी के पौधों का निश्शुल्क वितरण किया गया।
गोष्ठी में कृषकों ने आबादी क्षेत्र से बह रही नहरों में गंदगी की समस्या को भी सभी के सामने रखा। जिस पर विशेषज्ञों ने शहरों में जन जागरूकता अभियान चलाकर आमजन को इसके नुकसान बताने की अपील की। इस दौरान मोहित कांबोज, रामकुमार कांबोज, दयाल सिंह रावत, अमरपाल, राजेंद्र उनियाल आदि उपस्थित रहे।
चार जिलों में मोबाइल आइसीटीसी वैन
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में देहरादून, हरिद्वार, टिहरी व पौड़ी में मोबाइल आइसीटीसी वैन चलाई जा रही है। जिसमें एचआइवी, टीबी आदि की जांच के साथ ही आम जन को जागरूक भी किया जा रहा है। यह जानकारी उत्तराखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति की अपर परियोजना निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने दी। डीएवी इंटर कॉलेज में आयोजित राज्य स्तरीय गोष्ठी में उन्होंने बताया कि महिला दिवस के उपलक्ष्य में देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर व नैनीताल में स्थापित ईएलएम इंडस्ट्रीज, नारी निकेतन व वन स्टॉप सेंटर में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें एचआइवी एवं माता से शिशु में संचरण की रोकथाम संबंधी जानकारी दी जा रही है। सहायक निदेशक गगन लूथरा व सौरभ सहगल ने भी विचार व्यक्त किए।
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