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    उत्‍तराखंड में टेक होम राशन पर बरकरार रहेगी मौजूदा व्यवस्था, पढ़ि‍ए पूरी खबर

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Thu, 19 Aug 2021 11:21 AM (IST)

    उत्‍तराखंड में टेक होम राशन की मौजूदा व्यवस्था फिलहाल बरकरार रहेगी। विरोध को देखते हुए बीती 16 अगस्त को कैबिनेट की बैठक में इस पर चर्चा हुई थी। तब टेक होम राशन की वर्तमान व्यवस्था को यथावत रखने पर जोर दिया था।

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    उत्‍तराखंड में टेक होम राशन पर बरकरार रहेगी मौजूदा व्यवस्था।

    राज्य ब्यूरो, देहरादून। आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं को वितरित किए जाने वाले टेक होम राशन (टीएचआर) की मौजूदा व्यवस्था फिलहाल बरकरार रहेगी। केंद्र के दिशा-निर्देशों के अनुरूप टीएचआर वितरण को टेंडर आमंत्रित किए जाने को लेकर महिला स्वयं सहायता समूहों के विरोध को देखते हुए 16 अगस्त को हुई कैबिनेट की बैठक में भी इस पर चर्चा हुई थी। तब टीएचआर की वर्तमान व्यवस्था को यथावत रखने पर जोर दिया गया था। अब शासन को इस संबंध में कैबिनेट के निर्देश मिल चुके हैं और इस क्रम में केंद्र सरकार को पत्र भेजने की तैयारी है।

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    केंद्र पोषित समेकित बाल विकास सेवाओं के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले पोषाहार की उपलब्धता का जिम्मा महिला स्वयं सहायता समूहों के पास है। 154 समूह इस कार्य से जुड़े हैं। केंद्र सरकार ने टीएचआर में सूक्ष्म पोषक तत्वों का समावेश करते हुए लैब टेस्टिंग के बाद ही इसे वितरित करने के निर्देश जारी किए हैं। इस कड़ी में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग ने ई-टेंडर आमंत्रित किए हैं। महिला स्वयं सहायता समूह इसका लगातार विरोध कर रहे हैं। हालांकि, विभाग की ओर से साफ किया गया कि नई व्यवस्था में ऐसे कदम उठाए जाएंगे, जिससे केंद्र के निर्देशों का भी पालन हो और ज्यादा से ज्यादा समूहों को पोषाहार वितरण से जोड़ा जाए।

    इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर टीएचआर की मौजूदा व्यवस्था को जारी रखने की पैरवी की थी। टीएचआर के मसले पर कैबिनेट की बैठक में भी गहन चर्चा हुई थी। सूत्रों के अनुसार अब शासन को कैबिनेट के निर्देश मिल चुके हैं। इसमें टीएचआर की मौजूदा व्यवस्था को यथावत रखने पर जोर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि अब शासन की ओर से इस संबंध में केंद्र सरकार को पत्र भेजा जाएगा। जाहिर है कि अब टेंडर प्रक्रिया भी रोकी जाएगी।

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