बजट सत्र के दौरान अचानक बुलाई गई भाजपा कोर कमेटी की बैठक, गैरसैंण में सुबह से ही बनी रही हलचल
बजट सत्र के दौरान अचानक भाजपा की कोर कमेटी की बैठक बुलाए जाने और इसमें पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के पहुंचने की जानकारी से शनिवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में सुबह से ही खासी हलचल रही।

राज्य ब्यूरो, गैरसैंण। बजट सत्र के दौरान अचानक भाजपा की कोर कमेटी की बैठक बुलाए जाने और इसमें पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के पहुंचने की जानकारी से शनिवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में सुबह से ही खासी हलचल रही। मंत्रियों और विधायकों के कानों तक जब यह बात पहुंची तो हर कोई हैरत में था कि आखिर ऐसा क्या हो गया है, जो अचानक से कोर कमेटी की बैठक बुला दी गई है।
शनिवार को भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा परिसर में सुबह अचानक ही हलचल तेज हो गई थी। जहां एक ओर मंत्रियों के कदम मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ रहे थे तो वहीं विधायक आपस में समूह बनाते हुए चर्चा में मशगूल दिखे। बताते हैं कि बजट सत्र के लिए भराड़ीसैंण (गैरसैंण) में मौजूद भाजपा विधायकों को सुबह पहले फोन पर और फिर शाम को देहरादून पहुंचने के मैसेज भेजे गए। यही नहीं, सुबह मंत्री निवास पर मंत्री एक-दूसरे से मिले तो इन मुलाकातों को लेकर भी तरह-तरह के अनुमान लगाए जाने लगे। यहां तक कि विपक्ष भी इन चर्चाओं पर नजर बनाता नजर आया।
बजट सत्र के दौरान जब अनुदान मांगों पर चर्चा व इनका पारण हो रहा था, तब धीरे-धीरे भाजपा विधायक देहरादून के लिए रवाना होने लगे थे। ऐसे में कांग्रेस विधायकों द्वारा अनुदान मांगों पर चर्चा करने से सत्ता पक्ष में बैचेनी भी नजर आई। यही कारण भी रहा कि दोपहर दो बजे करीब विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के कक्ष में संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह व काजी निजामुद्दीन से लंबी चर्चा की। भोजनावकाश के कुछ देर बाद बजट पारित हो गया। जब बजट पारित हुआ तो तब पांच मंत्री और छह भाजपा विधायक ही सदन में मौजूद थे।
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