उपनल कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजने पर भड़का संगठन
उपनल कर्मचारियों को जबरन अवकाश पर भेजे जाने की प्रक्रिया पर उपनल कर्मचारी महासंघ उत्तराखंड भड़का गया है।
देहरादून, जेएनएन। विभिन्न विभागों में उपनल कर्मचारियों को जबरन अवकाश पर भेजे जाने की प्रक्रिया पर उपनल कर्मचारी महासंघ (उत्तराखंड) भड़का गया है। महासंघ ने कहा कि उपनल कर्मचारियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही शासन को न्यायालय के आदेश की याद दिलाते हुए कहा कि यदि ऐसा किया जाता है तो यह सीधे तौर पर न्यायालय की अवमानना भी होगी।
इस संबंध में महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात कर इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा। मुलाकात के दौरान अपर मुख्य सचिव को महासंघ के प्रदेश महासचिव हेमंत रावत ने बताया कि विभिन्न विभागों में कार्यरत उपनल कर्मचारियों के अनुबंध को समाप्त व अवकाश पर भेजने की प्रक्रिया अपनाई जा रही हैं। यदि ऐसा हुआ तो प्रदेशभर के हजारों उपनल कर्मचारियों के परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा।
यह भी कहा कि उच्च न्यायालय 14 सितंबर 2018 को इस संबंध में आदेश भी जारी कर चुका है, जिसमें उपनल कर्मचारियों को जबरन अवकाश पर भेजने पर रोक लगाई गई थी। वेतन जारी न होने पर कर्मचारियों में गुस्सा उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी-शिक्षक समन्वय समिति ने सामूहिक अवकाश का एकदिवसीय वेतन जारी न करने पर रोष व्यक्त किया। समिति के प्रवक्ता अरूण पांडे ने बताया कि शुक्रवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात की।
इस दौरान बताया कि 31 जनवरी को सामूहिक अवकाश के दिन कर्मचारी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने वित्त मंत्री के साथ वार्ता की थी, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया था कि आंदोलन पर गए कर्मचारियों का शोषण नहीं किया जाएगा। लेकिन, शासन ने अवकाश लेने वाले समस्त कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोक दिया, जो अभी तक जारी नहीं किया।
यह भी पढ़ें: देश में चल रहे तनावपूर्ण हालात को देखते ऊर्जा कर्मियों ने स्थगित किया आंदोलन