उत्तराखंड सहित कई राज्यों में ईडी की रेड, रजिस्ट्री घोटाले व भूमाफिया के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई
ED Raids in Uttarakhand उत्तराखंड में हुए फर्जी रजिस्ट्री घोटाला मामले में पांच राज्यों में ईडी की कार्रवाई जारी है। जानकारी के अनुसार देहरादून व ऋषिकेश के विभिन्न ठिकानों पर भी यह रेड चल रही है। बता दें कि जुलाई 2022 में देहरादून फर्जी रजिस्ट्री घोटाला सामने आया था। इस मामले में अब तक पुलिस 18 मुकदमे दर्ज कर चुकी है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। ED Raids in Uttarakhand: सब रजिस्ट्रार कार्यालय देहरादून में हुए 100 करोड़ रुपये से अधिक के रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की देहरादून शाखा ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और असम में 18 ठिकानों पर छापेमारी की।
जुलाई-2023 में सामने आए इस फर्जीवाड़े में अब तक पुलिस की एसआइटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) दून के दो वरिष्ठ अधिवक्ताओं समेत कुल 20 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से मामले में सभी जांच एजेंसी को गहनता से कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
शासन की ओर से दो एसआइटी (पुलिस-स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग) गठित की गई थी, जो वर्तमान में जांच कर रही हैं। अब शुक्रवार को ईडी ने पहली बार इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपितों के ठिकानों पर दबिश दी व प्रापर्टी के दस्तावेजों को कब्जे में लिया है। ईडी के अधिकारियों के अनुसार तलाशी की कार्रवाई अभी जारी है।
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रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में गिरफ्तार दो आरोपित संतोष अग्रवाल व दीपचंद अग्रवाल असम के रहने वाले हैं, जबकि फर्जीवाड़े का सूत्रधार कुंवरपाल सिंह व कुछ अन्य आरोपित उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। मामले में सुखदेव सिंह साहनेवाला लुधियाना (पंजाब), जबकि हैंड राइटिंग एक्सपर्ट अजय मोहन पालीवाल दिल्ली का निवासी है। शेष आरोपित देहरादून के निवासी हैं।
शुक्रवार को ईडी ने पूरी तैयारी के साथ आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी के 80 से अधिक कार्मिकों की टीमें पांच राज्यों में आरोपितों की संपत्ति की जांच कर रही हैं। बताया जा रहा कि ईडी आरोपितों की संपत्ति अटैच कर सकती है।
देहरादून में ईडी की टीम ने रजिस्ट्री फर्जीवाड़े के सरगना व मुख्य आरोपित नामी अधिवक्ता कमल विरमानी व इमरान अहमद समेत देवराज तिवारी व सुरेश चंद्र समेत बिल्डर जितेंद्र खरबंदा व अजय पुंडीर के ठिकानों पर छापेमारी की। सब रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारियों के घर पर भी ईडी की टीमों ने जांच की। इस कार्रवाई से भूमाफिया व प्रापर्टी डीलिंग से जुड़े हुए अधिवक्ताओं में खलबली मची रही।
यह है पूरा मामला
जुलाई-2023 में रजिस्ट्री फर्जीवाड़े का मामला देहरादून के रजिस्ट्री कार्यालय में सामने आया था। इस संबंध में जिलाधिकारी सोनिका को गोपनीय शिकायत मिली थी। शिकायत थी कि कुछ अधिवक्ताओं ने प्रापर्टी डीलर व भूमाफिया से मिलकर सब रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकार्ड रूम में करोड़ों रुपये की जमीनों के रजिस्ट्रियों के रिकार्ड बदल दिए हैं।
कलेक्ट्रेट के राजस्व अभिलेखागार से इनके रिकार्ड भी गायब कर दिए गए थे। मामले में सब रजिस्ट्रार कार्यालय के कुछ कार्मिकों की भी संलिप्तता मिली। पुलिस अब तक रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में कुल 13 मुकदमे दर्ज कर 20 आरोपितों को जेल भेज चुकी है।
दो बिल्डर से पूछताछ
ईडी की टीम ने देहरादून निवासी बिल्डर जितेंद्र खरबंदा व अजय पुंडीर से शुक्रवार को छापेमारी के दौरान उनके निवास स्थान पर पूछताछ की। खरबंदा ट्रफलगर अपार्टमेंट धोरण, जबकि पुंडीर आरबोरिया अपार्टमेंट सहस्रधारा रोड पर रहते हैं। सुबह से लेकर रात तक ईडी की टीमों ने दोनों से रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में संलिप्तता को लेकर पूछताछ की और उनकी प्रापर्टी के दस्तावेज खंगाले। दोनों से रात तक पूछताछ जारी थी।
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