गुप्ता बंधु के ठिकानों से लौटी ईडी के टीम, दक्षिण अफ्रीका की सरकार से 45 अरब रैंड के फर्जीवाड़े का आरोप
दक्षिण अफ्रीका में भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते ईडी ने देहरादून में गुप्ता बंधुओं के आवास पर छापेमारी की। एक भाई से पूछताछ हुई जबकि दूसरा अस्पताल में भर्ती था। यह कार्रवाई म्यूचुअल लीगल असिस्टेंट रिक्वेस्ट के तहत की गई। ईडी ने कई शहरों में गुप्ता बंधुओं और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की और मनी लांड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। दक्षिण अफ्रीका में किए गए भ्रष्टाचार और वहां की सरकार को 45 अरब रैंड से अधिक का चूना लगाए जाने के मामले में ईडी की छापेमारी करीब 24 घंटे चली। ईडी की टीमें बुधवार सुबह गुप्ता बंधु और उनके सहयोगियों के ठिकानों से लौटी। इस दौरान ईडी अधिकारियों के कब्जे में तमाम दस्तावेज थे।
ईडी सूत्रों के अनुसार, देहरादून में गुप्ता बंधु (अतुल, राजेश और अजय) के कर्ज़न रोड स्थित आवास पर गुप्ता बंधु का सिर्फ एक भाई मिला। जिससे ईडी ने लंबी पूछताछ की। साथ ही उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल पूछे। दक्षिण अफ्रीका की सरकार की ओर से सौंपे गए भ्रष्टाचार के साक्ष्यों पर भी ईडी अफसरों ने पूछताछ की।
वहीं, एक भाई के अस्पताल में भर्ती होने के कारण पूछताछ नहीं हो पाई, जबकि एक भाई से संपर्क नहीं हो पाया। ईडी ने किस गुप्ता बंधु में किस भाई से पूछताछ की, इसकी पुष्टि अभी नहीं की जा सकी है। हालांकि, बुधवार को जब ईडी की टीम अपनी जांच पूरी कर लौटी तो अधिकारियों के कब्जे में तमाम दस्तावेज थे।
ईडी की यह कार्रवाई म्यूचुअल लीगल असिस्टेंट रिक्वेस्ट (एमएलएआर) के तहत दक्षिण अफ्रीकी सरकार के आग्रह पर की गई। जिसके तहत मंगलवार सुबह से ही ईडी की टीमों ने देहरादून, सहारनपुर, मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद समेत देश के विभिन्न स्थानों पर गुप्ता बंधु और उनसे जुड़े व्यक्तियों के ठिकानों पर डेरा जमा लिया था।
दूसरी तरफ गुप्ता बंधु और उनसे जुड़े व्यक्तियों के चीन और दुबई के ठिकानों पर भी जांच की गई। क्योंकि, भ्रष्टाचार की कड़ी में चीन और दक्षिण अफ्रीका में खरीदे गए ट्रेन के इंजनों में भी जमकर भ्रष्टाचार किए जाने की बात सामने आई है।
वहीं, भ्रष्टाचार में गुप्ता बंधु के साथ वर्ल्ड विंडो ग्रुप के संचालक पीयूष गोयल का नाम भी जुड़ा है। गुप्ता बंधु और गोयल ने दुबई की जेजे ट्रेडिंग एफजेडई नाम की एक शेल (फर्जी) कंपनी के माध्यम से मनी लांड्रिंग की।
यह कंपनी अहमदाबाद के राम रतन जगाती की बताई जाती है। इस तरह की जानकारी भी सामने आई कि ईडी की टीम ने अहमदाबाद से राम रतन को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, अभी छापेमारी को लेकर ईडी ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। जिस कारण किसी भी तरह के सीजर या अन्य तरह की कार्रवाई पर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।
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