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    Uttarakhand News: दून विश्वविद्यालय के अनुसंधान और नवाचार को मिलेगा नया आयाम, दून विवि और एनआरडीसी के बीच एमओयू

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 06:53 PM (IST)

    दून विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (NRDC) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इसे विकसित भारत 2047 के लिए महत्वपूर्ण बताया। NRDC दून विवि की पेटेंट प्रक्रिया को सरल बनाएगा। कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि एनआरडीसी की विशेषज्ञता से विश्वविद्यालय के अनुसंधान को गति मिलेगी। यह साझेदारी राज्य के उच्च शिक्षा तंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।

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    दून विश्वविद्यालय के अनुसंधान और नवाचार को मिलेगा नया आयाम

    राज्य ब्यूरो, देहरादून। दून विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा क्षेत्र में गतिमान नवाचार, अनुसंधान और बौद्धिक संपदा के विकास को नई दिशा मिलने जा रही है। उत्तराखंड की उच्च शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र में एक सकारात्मक पहल करते हुए दून विश्वविद्यालय और नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनआरडीसी) के बीच सोमवार को उत्तराखंड राजभवन में मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

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    इस महत्वपूर्ण पहल का नेतृत्व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने किया। उन्होंने इसे विकसित भारत 2047 के प्रधानमंत्री के विजन की ओर एक अहम कदम बताया। 

    कहा कि पहली बार एनआरडीसी किसी राज्य सरकार के विश्वविद्यालय के साथ औपचारिक साझेदारी कर रहा है, जो उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय है। राज्यपाल ने कहा, यह साझेदारी न केवल दून विवि बल्कि पूरे राज्य के उच्च शिक्षा इकोसिस्टम के लिए मील का पत्थर है। 

    इससे अनुसंधान, नवाचार, बौद्धिक संपदा निर्माण और उनके व्यावसायीकरण को बढ़ावा मिलेगा। दून विवि ने उत्तराखंड के अन्य शैक्षिक संस्थानों के लिए भी एक नई राह खोल दी है।

    कार्यक्रम के दौरान एनआरडीसी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कमोडोर अमित रस्तोगी ने राज्यपाल को आश्वस्त किया कि दून विवि को अनुसंधान से जुड़ी हर संभव सहायता दी जाएगी। 

    उन्होंने कहा कि एनआरडीसी विवि की पेटेंट प्रक्रिया को सरल बनाएगा और टेक्नोलाजी ट्रांसफर के माध्यम से औद्योगिक भागीदारी को मजबूत करेगा, जिससे राज्य के आर्थिक विकास में योगदान मिलेगा।

    दून विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने इस सहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विवि के विभिन्न विज्ञान विभाग यथा पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधन, भौतिकी, रसायन, गणित, कंप्यूटर विज्ञान, भूविज्ञान और डिज़ाइन पहले से ही उच्च गुणवत्ता के अनुसंधान कार्य कर रहे हैं। 

    अब एनआरडीसी की विशेषज्ञता से उन्हें और गति मिलेगी। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव रविनाथ रमन, अपर सचिव रीना जोशी, दून विवि के रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल के निदेशक डा. अरुण कुमार, कुलसचिव दुर्गेश डिमरी आदि मौजूद रहे।

    राजभवन में दून विवि और नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट कारपोरेशन के बीच एमओयू के दौरान राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि), एनआरडीसी के चेयरमैन कमोडोर अमित रस्तोगी, दून विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल,सचिव रविनाथ रमन समझौता पत्र जारी करते हुए।