Diwali 2025: नरक चतुदर्शी आज, यमराज और हनुमान जी की पूजा का है विशेष महत्व
आज नरक चतुर्दशी है, जो कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। इस दिन यमराज की पूजा और दीपदान का महत्व है। मान्यता है कि भगवान विष्णु ने नरकासुर का वध किया था। हनुमान जी का जन्मोत्सव भी मनाया जा रहा है, मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। सुख समृद्धि के लिए हनुमान और मां लक्ष्मी की पूजा की जाएगी।

प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर आज नरक चतुर्दशी अथवा छोटी दीपावली मनाई जाएगी। आज मृत्यु के देवता यम की पूजा कर घर के कोनो में दीये जलाए जाएंगे। सुख समृद्धि के लिए हनुमान व मां लक्ष्मी की पूजा की जाएगी।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है चतुदर्शी अथवा छोटी दीपावली
आचार्य डॉ. सुशांत राज के अनुसार, चतुर्दशी तिथि आज दोपहर एक बजकर 52 मिनट से सोमवार दोपहर तीन बजकर 44 मिनट तक रहेगी। मान्यता है कि आज के दिन भगवान विष्णु ने इस दिन राक्षस नरकासुर का वध किया था इसलिए छोटी दीपावली को नरक चतुदर्शी भी कहा जाता है। आज यमराज के नाम का दीपक जलाते हैं जिसे यम दीपक कहते हैं। इस दिन दीपदान का बड़ा महत्व है। मान्यता है कि दीप जलाने से यमराज प्रसन्न होते हैं। सुबह शरीर पर तिल का तेल लगाकर स्नान कर नरक से मुक्ति मिलती है।
आज दोपहर एक बजकर 52 मिनट से सोमवार दोपहर तीन बजकर 44 मिनट तक रहेगी चतुर्दशी तिथि
नरक चतुर्दशी के दिन ही हनुमान का जन्म अंजना देवी के उदर से हुआ था। हर तरह के सुख, आनंद और शांति की प्राप्ति के लिए हनुमान की उपासना करें। हनुमान की प्रतिमा पर सिंदूर चढ़ाएं। इसके अलावा यम की पूजा कर यमराज के निमित्त एक दीया दक्षिण दिशा की ओर मुख कर जलाएं। इस दिन अकाल मृत्यु न हो इसकी कामना की जाती है।
विभिन्न मंदिरों में हनुमान चालीसा पाठ
हनुमान जन्मोत्सव पर भी विभिन्न मंदिरों में पूजा, हनुमान चालीसा पाठ होगा। सिंदुरिया हनुमान मंदिर धर्मपुर, श्री बालाजी धाम झाझरा, हनुमान मंदिर हनुमान चौक, सिंदूरिया मंदिर अंसारी मार्ग, श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सहारनपुर चौक, श्री सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर समेत शहर के विभिन्न मंदिरों में सामूहिक पूजा व आरती होगी। इसके अलावा बजरंग दल की ओर से भी विभिन्न केंद्रों में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा।
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