निर्माण के दौरान ही हवा से गिर रहे डिवाइडर, दुर्घटना का खतरा
दून में आजकल लोक निर्माण विभाग की ओर से डिवाइडर बनाने का कार्य जोरों पर है। इस कार्य में जिस तरह की लापरवाही सामने आ रही है। निम्न गुणवत्ता वाले डिवाइडर हवा से गिर रहे हैं।
देहरादून, जेएनएन। दून में आजकल लोक निर्माण विभाग की ओर से डिवाइडर बनाने का कार्य जोरों पर है। इस कार्य में जिस तरह की लापरवाही सामने आ रही है। वह अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है। निम्न गुणवत्ता वाले यह डिवाइडर आए दिन हवा से गिर रहे हैं। सहारनपुर चौक पर निर्माण होते ही डिवाइडर गिर गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि डिवाइडर की गुणवत्ता कैसे होगी।
दून को कहने को तो स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है, लेकिन सुविधाओं नाम पर 18 साल से सड़कें तक सही डिजाइन से नहीं बनी। प्रिंस चौक से लालपुल के बीच मॉडल रोड की नाली और फुटपाथ का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि विभाग ने ढाई किमी क्षेत्र में दो तरह के डिवाइडर बना दिए।
पहले चौड़े और अब पतले व ऊंचे बना दिए हैं। हद तो यह है कि इस सड़क पर मंत्री, मुख्यमंत्री, जिला और शासन के अधिकारी हर दिन आवाजाही करते हैं। इसके बावजूद किसी को भी खराब गुणवत्ता और मनमाफिक डिजाइन नहीं दिखता। इसी तरह चकराता रोड और राजपुर रोड में भी अलग-अलग डिजाइन के डिवाइडर बनाए गए हैं। एक शहर में कई तरह के डिवाइडर से इंजीनियरों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करते हैं।
सड़क पर एक माह से गिरा है सीसीटीवी पोल
प्रिंस चौक के पास हरिद्वार रोड पर एक पोल पिछले एक माह से सड़क पर टूटा पड़ा है। हालांकि इसके कैमरे कहां गए, इसकी जानकारी ट्रैफिक पुलिस को भी नहीं है। पोल को कौन हटाएगा, इस पर भी अभी निर्णय नहीं हुआ। यह पोल तेज रफ्तार वाहनों के लिए दुर्घटना का कारण बन रहा है। एसपी ट्रैफिक प्रकाशचंद का कहना है कि उनके संज्ञान में प्रकरण नहीं है। जल्द इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
खामी पर मांगेंगे रिपोर्ट
जिलाधिकारी एसए मुरूवेशन के अनुसार डिवाइडर की गुणवत्ता की जानकारी नहीं है। यदि गुणवत्ता खराब और डिजाइन में खामी है तो इस पर रिपोर्ट मांगी जाएगी। मनमाफिक कार्य करने वालों पर कार्रवाई होगी।
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